
रिपोर्ट- अंजनी/ सैयद इनामउद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर,बिहार : सदानंद सिंह 2000 से 2005 तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. वह 1990 से 1993 तक जिला कांग्रेस कमेटी, भागलपुर के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी रहे हैं. वह करीब 10 साल से कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं. सदानंद सिंह बिहार सरकार में सिंचाई और ऊर्जा राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. सदानंद सिंह की गिनती बिहार के सबसे अनुभवी कांग्रेसी नेताओं में होती है. वह भागलपुर की कहलगांव विधानसभा सीट से 12 बार चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें से 9 बार जीत दर्ज की है। उनके नाम सबसे ज्यादा बार विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है. साल 2015 में वह कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बावजूद अपनी सीट बचाने में सफल रहे थे. कैसा रहा शुरुआती सफर

साल 1969 में सदानंद सिंह पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे. हालांकि 1985 में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. सदानंद को 1990 और 1995 के चुनाव में जनता दल और 2005 में जेडीयू प्रत्याशी के सामने हार का सामना करना पड़ासदानंद सिंह 1990 से 93 तक जिला कांग्रेस कमेटी, भागलपुर के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष भी रहे हैं.