
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ 21 जून से टीकाकरण की गति को तेज कर दिया है। वहीं कोरोना रोधी टीका लेने को लेकर अब अल्पसंख्यक समाज के लोगों में रुचि बढ़ने लगी है। प्रशासन के आह्वान पर धर्मगुरु भी लोगों को टीका लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। खासकर शिक्षित अल्पसंख्यक समुदाय के युवा और धर्मगुरु न केवल कोरोना का टीका खुद ले रहे हैं, बल्कि अपने समाज के लोगों को इसके लिए जागरुक भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को भागलपुर नरगा स्थित एक मदरसा में मस्जिद से ऐलान के बाद लोगों की भीड़ वैक्सीन लेने के लिए सेंटर पर उमड़ पड़ी। समाजसेवी इबरार अंसारी ने बताया कि मदरसा में वैक्सीनेशन का कार्य सुबह 9:00 बजे से शुरू होना था। लेकिन वैक्सीन लगाने वाले कर्मी काफी देर से पहुंचे। इसके बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ।शिविर में पहला टीका मौलवी जहीर ने लगवाया। साथ ही उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से बचने की बात कही। इस दौरान तहसीन शबाब, नाजिश अहमद और राजू गनी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से जीवन को सुरक्षित रखना है तो वैक्सीनेशन ही एकमात्र विकल्प है। इधर वार्ड नंबर आठ के पार्षद प्रतिनिधि मोहम्मद इबरार अंसारी ने पहला डोज लेने के बाद कहा कि महामारी की विषम परिस्थिति में परिवार, समाज और देश को सुरक्षित रखने के लिए भ्रामक बातों से ऊपर उठकर सभी लोग टीका जरूर लगवाएं। शिविर में समाजसेवियों ने मास्क वितरण करते हुए सरकारी दिशा निर्देश का पालन करने की अपील भी लोगों से की। वहीं उलेमाओं ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के बीच भ्रांतियां धीरे-धीरे दूर होती जा रही हैं और अब सबके समझ में आने लगा है कि जान बचानी है तो कोरोना का टीका लगवाना ही होगा। इधर मदरसा से ऐलान किया गया कि किसी भी तरह की अफवाह पर आप ध्यान नहीं दें। क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार ने देश वासियों की जान बचाने के लिए नि:शुल्क सुरक्षा कवच के रूप में कोरोनारोधी टीकाकरण की शुरुआत की है।