विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश की खुलेआम उड़ रही धज्जियां, प्रवेश द्वार के सामने ही बिक रहा नशीला जहर…

सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भारत सरकार ने शिक्षण संस्थानों के सौ गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री को प्रतिबंधित किया है। लेकिन भागलपुर में इन दिनों शिक्षण संस्थान के मुख्य द्वार पर ही तंबाकू उत्पाद की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। जिसके कारण यहां की युवा पीढ़ी आसानी से नशे का शिकार हो रही है। मगर यह सब देखते हुए भी जिम्मेदार आंख मूंदे बैठे हैं। सरकार नियम-कायदे तो बना देती है, लेकिन उनका पालन कैसे होगा और कौन करेगा, इसकी जिम्मेदारी तय नहीं होती। जिम्मेदारी तय होती और जिम्मेदार अपने फर्ज के प्रति सजग होते तो शायद नियम कानूनों का का मजाक इस तरह न उड़ता। सरकार ने करीब एक दशक पूर्व तंबाकू नियंत्रण अधिनियम के तहत युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से बचाने के लिए शिक्षण संस्थाओं के सौ मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री को प्रतिबंधित किया था। लेकिन इस कानून का पालन कभी भी धरातल पर गंभीरता से नहीं कराया गया। अगर ऐसा होता तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में नियम की धज्जियां इस तरह न उड़ रही होती। जैसा की आप वीडियो में देख रहे हैं। शिक्षण संस्थानों के सौ मीटर से कम की दूरी पर दुकानों में बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला और तंबाकू उत्पाद बिक रहे हैं। हद तो यह है कि दुकानदार तम्बाकू निषेध को लेकर आदेश जारी करने वाले संस्थान के सामने ही खुलेआम तंबाकू उत्पाद बेच रहे हैं, और अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। मंगलवार को टीएमबीयू प्रशासनिक भवन के सामने से लेकर बहुद्देशीय प्रशाल, टीएनबी कॉलेज गेट, पीजी गांधी विचार विभाग तक रोज की तरह तंबाकू उत्पादों की बिक्री होती दिखाई दी। दरअसल सोमवार को टीएमबीयू के रजिस्ट्रार डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने विश्वविद्यालय कार्यालय, इसकी संबद्ध इकाई, सभी पीजी विभाग और कॉलेजों के परिसर में तंबाकू एवं नशीले पदार्थों के सेवन को लेकर आदेश जारी किया था। आदेश में स्पष्ट लिखा है कि यूनिवर्सिटी कैंपस और इसकी 2 सौ मीटर की परिधि में तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही शिक्षण संस्थान में इसके सेवन करते हुए पकड़े जाने पर सौ रुपए का अर्थदंड भी वसूला जाएगा। हास्यास्पद यह कि जिस विश्वविद्यालय के अधिकारी ने तंबाकू वर्जित करने को लेकर आदेश जारी किया है, उसी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में जहां-तहां पीक के निशान स्पष्ट रूप से पान, गुटखा और तंबाकू सेवन की गवाही दे रही है। वहीं टीएमबीयू प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए कुछ लोग अब भी चोरी छिपे धूम्रपान नियमों का धुंआ उड़ा रहे हैं। इधर पूरे मामले पर जब कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता से बात की गई तो उन्होने कहा कि तंबाकू मुक्त कैंपस बनाने की कवायद शुरु कर दी गई है और इसको लेकर एनएसएस के माध्यम से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। वीसी ने बताया कि एनएसएस द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर यूनिवर्सिटी कैंपस के दो सौ मीटर की परिधि में तंबाकू बेचने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की जाएगी।