
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : जनता के साथ बेहतर रिश्ता कायम करें। ताकि पुलिस के प्रति अटूट विश्वास आम लोगों के दिल में पैदा हो। कानून पसंद करने वालों को इज्जत दें और अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजें। इस तरह की बातें बिहार पुलिस के वरीय अधिकारी लगातार करते हैं। लेकिन सच्चाई इसके विपरीत नजर आती है। ताजा मामला भागलपुर से जुड़ा है। जहां ग्रामीणों ने पुलिस पर जबरन पिटाई का आरोप लगाया है। दरअसल मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के गनौरा बादरपुर में मिथिला कॉलोनी के समीप वाहन चेकिंग के क्रम में पुलिस और पब्लिक के बीच काफी हंगामा हुआ।

इस दौरान वाहन चालक ने मधुसूदनपुर पुलिस पर बेवजह पिटाई करते हुए उसपर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया। पंकज कुमार ने बताया कि उनका पुत्र प्रियांशु राज बिना हेलमेट के बाइक से आ रहा था। तभी वाहन जांच कर रहे पुलिसकर्मियों ने उसे हेलमेट नहीं रहने पर जुर्माना देने के लिए कहा। इसके बाद प्रियांशु ने जुर्माना भर दिया, लेकिन जुर्माने की राशि देने के बाद भी ड्यूटी में तैनात जवानों ने उसके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जिसका युवक ने विरोध किया तो पुलिस कर्मियों ने प्रियांशु के साथ उसकी बहन की भी पिटाई कर दी। जिसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस की दबंगई का विरोध किया तो पुलिस बैकफुट पर आ गई।

इधर हंगामा बढ़ता देख टीओपी प्रभारी मिथलेश कुमार के नेतृत्व में पहुंचे कई पुलिस कर्मियों ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों को खदेड़ कर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान बीच बचाव करने आए पीड़ित बाइक चालक के परिजनों को भी पुलिस ने जमकर पीटा। साथ ही पुलिस ने खाकी वर्दी का धौंस जमाते हुए घटना का वीडियो बना रहे, लोगों से उसका मोबाइल छीन लिया। जबकि पुलिस की बर्बरता के खिलाफ इलाके में लोगों के बीच काफी आक्रोश देखा जा रहा है।