
रिपोर्ट- सुमित कुमार शर्मा
सिल्क टीवी/भागलपुर : नाथनगर के भुवालपुर पंचायत में बाढ़ ने भयावह रूप ले लिया है। बाढ़ का पानी के दबाव से वहां बना बांध पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। जिसके कारण पूरे पंचायत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया, जिससे वहां की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। बड़ी बात यह है कि इस संकट की घड़ी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बाद लोगो की परेशानी और अधिक बढ़ गई। हालत यह है कि लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के बारे में सोचने पर मजबूर हो गए। हालाँकि आखिरकार गले भर पानी में डूबकर ग्रामीण शव को फतेहपुर पुलिया के रास्ते अंतिम संस्कार के लिए ले गए। बता दें कि इन समस्याओं पर अबतक शासन प्रशासन की नजर नहीं पड़ी है, जिससे लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। अब देखना यह है कि आगे जिला प्रशासन क्या पहल करती है और लोगों को कब जरूरी सुविधा और मदद मुहैया कराया जाता है। वहीं भूवालपुर, फतेहपुर और पुरानी सराय गांव पूरी तरह जलमग्न हो गया। तीनों गांवो के लगभग 15 हजार लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण अपना आशियाना छोड़ ग्रामीण मुरारपुर रेलवेे स्टेशन पर शरण लेने को मजबूर हैं। पीड़ित ग्रामीण संदीप मण्डल ने बताया कि भुवालपुर स्थित बांध टूटने से पूरे गांव में छाती से ऊपर तक पानी हो गया है साथ ही कहा कि तीनों गांवो के लोगों का आने जाने का एक मात्र रास्ता मुरारपुर का रेलवेे ट्रैक है। फिलहाल लोग जान जोखिम में डालकर अपने मवेशी वह बच्चों को लेकर धीरे धीरे ऊंचे स्थान पर शरण लेने को जा रहे हैं। जबकि भूवालपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि परमानंद मंडल ने बताया कि बांध ध्वस्त होने से 200 एकड़ में लगी धान की फसल नष्ट हो गयी, और पंचायत के तीनों गांव जलमग्न हो गए है।