
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : कोरोना संक्रमण मामले को देखते हुए सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लगातार जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से टीबी और एमडीआर संभावित मरीजों की जांच के लिए ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराई गई है। पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जेएलएनएमसीएच में ट्रूनेट मशीन काम करने लगा है। वहीं मायागांज अस्पताल के आउटडोर स्थित ओपीडी सीबी नेट लैब में मशीन का उद्घाटन अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास, टीबी एवं चेस्ट विभाग के हेड डॉ. डीपी. सिंह, डॉ. शांतनु घोष, मेडिसीन विभाग के एचओडी डॉ. विनय कुमार, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ सहित कई चिकित्सकों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस दौरान टीबी विभाग के हेड ने बताया कि ट्रूनेट पूर्णतः स्वदेशी मशीन है जो बैटरी से चलती है। वहीं डॉ. एसएन तिवारी, डॉ. विनय कुमार झा, टेक्नीशियन इंद्रजीत और प्रतीक ने बताया कि यह मशीन पोर्टेबल होने के साथ टीबी के लक्षण पहचाने में सहायक है। डॉक्टर डीपी सिंह ने बताया कि भारत में 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है जिसमें यह मशीन काफी सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत भागलपुर को टीबी मुक्त जिला बनाया जाएगा।