मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं बाबा रामदेव : एपीआई

सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार ): आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ अपनी टिप्पणी को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं। कोरोना महामारी के दौरान आधुनिक चिकित्सा पद्धति और चिकित्सकों के खिलाफ बाबा रामदेव के अपमानजनक टिप्पणी के बाद से योग गुरु और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच खींचतान जारी है। एलोपैथी डॉक्टरों को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद आईएमए ने बाबा रामदेव को एक हजार करोड़ का मानहानि नोटिस भेज दिया है। वहीं मानहानि नोटिस को लेकर बाबा रामदेव ने कहा है कि इनकी क्या इज्जत है जो बेइज्जती होगी। साथ ही बाबा रामदेव ने कहा कि मानहानि का दावा तो मुझे करना चाहिए था। इधर सोमवार को एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया, भागलपुर शाखा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर रामकिशन यादव उर्फ बाबा रामदेव के ब्यान की निंदा की गई। प्रेस वार्ता में एपीआई के जिला अध्यक्ष डॉ. राजकमल चौधरी, सचिव डॉ. ओबैद अली, डॉ. हेमशंकर शर्मा, डॉ. डी. पी. सिंह और डॉ. विनय कुमार ने कहा कि देश के फ्रंट लाईन वर्कर पर निशाना साधकर रामदेव अपना बिजनेस चलाना चाहते हैं। साथ ही उनका यह बयान कोविड-19 टीकाकरण के खिलाफ हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बाबा रामदेव का बयान लोगों को भ्रम में डाल सकता है। वहीं एपीआई से जुड़े डॉक्टरों ने बताया कि बाबा रामदेव मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं। इसलिए अनाप शनाप बातें कर लोगों को टीकाकरण से भटका रहे हैं। डॉ. पी. बी. मिश्रा डॉ. आर. पी. जायसवाल डॉ. अशोक कुमार ने योग गुरु बाबा रामदेव पर सरकार से कार्रवाई की मांग की। प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. यू.एन.पी सिंहा, नय्यर अहमद समेत कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।