
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा को लेकर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की गई, मां शारदे की प्रतिमा का विसर्जन सोमवार को कर दिया गया। इस दौरान छात्र छात्राओं के साथ अन्य श्रद्धालुओं ने नम आँखों से मां वीणा पुस्तक धारिणी को विदाई दी, और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर सरस्वती माता का जयकारा लगाया।

कोविड महामारी को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जारी किये गए दिशा निर्देश के अनुरूप डीजे और तेज आवाज वाले साउंड बॉक्स का प्रयोग काफी कम देखा गया। जबकि सादगीपूर्ण तरीके से प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला जारी रहा। वहीं कहलगांव अनुमंडल क्षेत्र के एकचारी, सन्हौला, सनोखर समेत विभिन्न जगहों पर मां शारदे के जयकारे के साथ विदाई दी गई।

इससे पूर्व पूजा पंडालों में धार्मिक रीति रिवाज से हवन पूजन कर मां शारदे की प्रतिमा को जलाशयों में विसर्जित किया गया। जबकि इस दौरान भक्तों की आंखें नम हो गई। वहीं इसको लेकर आचार्य नयन तिवारी ने कहा कि सरस्वती पूजा मुख्यतः छात्र छात्राओं और ज्ञान प्राप्त करने वालों के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने बदलते समय में पूजन के दौरान अश्लील गानों और संगीत बजाने को गलत बताते हुए सभी लोगों से इससे बचने की बात कही। इसके अलावा नाथनगर समेत जिले के विभिन्न प्रखंडों और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी क्षेत्र में भी मां वीणा पानी को विदाई दी गई।