
रिपोर्ट – संजीव कुमार पांडेय
सिल्क टीवी, बांका : बिहार के बांका जिले के नगर थाना क्षेत्र के नवटोलिया मोहल्ला में एक मदरसा भवन में मंगलवार की सुबह अचानक विस्फोट होने से पूरा मदरसा ध्वस्त हो गया, और विस्फोट में एक इमाम की मौत हो गई. जिसके बाद बांका पुलिस ने बुधवार की सुबह अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया. वहीं इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिसमें मौके पर जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम ने पाया कि मदरसा बम विस्फोट से ही उड़ा है. सूत्रों की माने तो मदरसे के अंदर IED ब्लास्ट हुआ था. हालांकि अभी इसकी पुष्टी नहीं हुई है। इधर बुधवार को मौके पर पहुंचे डीआईजी सुजीत कुमार बताया कि मामले की छानबीन कर रहे हैं, जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. उन्होने कहा कि हादसे के बाद पूरा गांव खाली है, ये भी जांच का विषय है. फॉरेंसिक टीम ( FSL) ने यहां से जांच के नमूने लिये हैं. तहकीकात के बाद ही कुछ कहा जा सकता है, कि किन परिस्थितियों में मदरसे की पूरी इमारत जमींदोज हो गई। हादसे के बाद गांव में एक्का- दुक्का बुजुर्ग नजर आ रहे हैं. बातचीत के दौरान एक बुजुर्ग ने बताया कि हादसे में एक मौलवी की मौत हो गई है, और लोग गांव में क्यों नहीं मुझे नहीं मालूम है. नूरी मस्जिद के जांच के दौरान महरूम मौलाना अब्दुल मोमिन अंसारी से जुड़े कुछ अहम कागजात भी मिले हैं, जिसमें पता चला है कि मौलाना 17 मई को जिला प्रशासन से ई-पास लेकर उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित सौदग्राम किसी कार्य में गए हुए थे. इसके अलावा कुछ मेडिकल कागजात और सिलिंडर भी मलबे से बरामद हुआ है. सूत्रों से ये भी पता चला है कि महरूम मौलवी अब्दुल मोमिन का तबलीगी जमात से ताल्लुक था. हालांकि बांका पुलिस ने अभी तक पुष्टि नहीं की है। FSL टीम को विस्फोट में मिले बारूद के अंश पता चला है कि बम बक्से में रखा गया था. जानकारी के मुताबिक मदरसे के अंदर के कार्यालय में एक बक्से में बम था, जो विस्फोट कर गया है, बम की क्षमता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है, कि मदरसा पूरी तरह जमींदोज हो गया और आसपास के कई घरों में भी दरारें आ गई हैं. बताया जा रहा है कि पिछले कई सालों से पास के गांव मजलिसपुर से इस गांव का विवाद चलता रहा है, बता दें कि नवटोलिया और मजलिसपुर गांव में 20 दिन पहले भी विवाद हुआ था, विवाद और मदरसे में रखे गए बम को एक साथ जोड़कर पुलिस जांच कर रही है।