
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी, भागलपुर (बिहार) : भागलपुर में नशे का कारोबार जोरो पर है, जिसका सबसे अधिक शिकार यहां के युवा हो रहे है। अक्सर शहर के किसी ना किसी मोहल्ले से स्मैक, ब्राउन शुगर, हेरोइन, गांजा, कोरेक्स समेत कई प्रकार के नशीले पदार्थ के साथ तस्करों के पकड़े जाने की खबर आती है, जिसमें कम उम्र के युवा शामिल होते है। ताजा मामला भागलपुर के जोगसर थाना क्षेत्र के दीपनगर का है, जहां कांग्रेस भवन के समीप छापेमारी कर जोगसर थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी ने दल बल के साथ तीन तस्करों को स्मैक के साथ गिरफ्तार कर लिया। तीनों तस्करों की पहचान श्याम तूरी, किशन तूरी और धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है, जिसमें से एक स्मैक तस्कर जो भागलपुर नगर निगम के एक जनप्रतिनिधि का ड्राइवर बताया जानेवाला किशन तूरी शौचालय जाने के बहाने शनिवार की देर रात पुलिस को चकमादेकर थाने से फरार हो गया। जबकि धर्मेंद्र और श्याम से पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि फरार किशन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुट गई, और किशन की मां को थाने बुलाकर दबाव बनाते हुए पुलिस ने किशन के बारे में पूछताछ की। बताया जाता है कि तीनों तस्कर घूमकर स्मैक बेचने का काम रहे थे, तभी संदेह के आधार जब पुलिस ने पूछताछ की तो तीनों के पास से स्मैक बरामद हुआ। पुलिस ने फिलहाल तीनों के खिलाफ़ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी है। इससे पूर्व भी इस इलाके से स्मैक और ब्राउन शुगर के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसपर एन डी पी एस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कारवाई भी की गई, लेकिन बावजूद इसके नशे का कारोबार युवाओं के भरोसे फल फूल रहा है। बता दें कि बेरोजगारी और लॉक डाउन से उपजी समस्या को फायदा नशे के कारोबारी युवाओं का इस्तेमाल अपने नशे के धंधे में कर रहे हैं, जिससे इन युवाओं की जिंदगी भी गर्त में जा रही है। और जबतक इनके घरवालों को इसका पता चल पाता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। हालात यह हो चुका है की अब नशे के कारोबारी युवाओं को इस धंधे में धकेल कर पुलिस को खुली चुनौती देते हुए धड़ल्ले से अपना अवैध कारोबार चमकाने में लगे हैं।