भागलपुर में गंगा ने दिखाया रौद्र रूप, नदी में समाई बाबूपुर-संतनगर को जोड़ने वाली सड़क….

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी, भागलपुर (बिहार) : गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। वहीं पानी की धार से तीव्र कटाव जारी है। जिससे कई गांव के वजूद पर संकट मंडरा रहा है। दूसरी तरफ गंगा अब अपनी पुरानी धार यानी दक्षिण की ओर लौट रही है। जिसके कारण सबौर प्रखंड के रजंदीपुर, संतनगर, बाबूपुर, इंग्लिश, फरका, घोषपुर, मसाढ़ु ,ममलखा समेत कई गांवों में कटाव तेजी से हो रहा है। फसल लगे खेत और जमीनें कट रही हैं। जिससे इलाके के ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा अगर अपनी पुरानी जगह पर लौट गई तो कई गांवों का वजूद ही समाप्त हो जाएगा। इधर बाबूपुर में हो रहे कटाव का जायज़ा लेने रविवार को कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने विधायक को अपनी समस्या बताई। साथ ही कहा कि गंगा के कटाव से करीब एक लाख की आबादी प्रभावित है और हजारों एकड़ खेती योग्य भूमि नदी में समा गई। वहीं कटाव निरोधी कार्य का निरीक्षण करने के बाद भागलपुर नगर विधायक अजीत शर्मा ने बताया कि सरकार और प्रशासन के लोग सोए हुए हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। वहीं विधयक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य तेज करने की मांग की है। साथ ही दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने ने गंगा नदी में विलीन हुए फसल और जमीन की मुआवजा राशि किसानों को दिलाने के लिए सरकार को पत्र लिखने का आश्वासन भी दिया। अजीत शर्मा ने कहा कि समय रहते सरकार ने इस ओर अगर ध्यान दिया होता तो शायद आज यह नौबत ही नहीं आती। इधर इंग्लिश और रजंदीपुर के संतनगर के पास कटावरोधी काम तो किया जा रहा है, लेकिन गंगा कटाव की तीव्र धार को रोकना भी आसान नहीं है। जियो वैग देकर कटाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है, जिसकी मानीटरिंग स्थल पर जाकर डीएम भी बराबर करते हैं। गौरतलब हो कि गंगा के दक्षिणी तट पर हो रहे कटाव में रजंदीपुर पंचायत को एनएच 80 से जोडऩे वाला बाबूपुर संतनगर पथ गंगा में समा चुका है। इधर बाबूपुर के रजंदीपुर पंचायत में किस तरह गंगा अपने उफान पर है।