भागलपुर में उफनाई गंगा, बूढ़ानाथ मंदिर का पार्क डूबा, बाढ़ पीड़ितों ने रविंद्र भवन में ली शरण

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर में गंगा नदी विकराल रूप धारण करती जा रही है। गंगा खतरे के निशान से महज 60 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। जलस्तर बढ़ने से शहरी क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है। टीएमबीयू प्रशानिक भवन के उत्तर में स्थित सिटी कॉलेज और पीएनए कॉलेज भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। वहीं नाथनगर के दियारा इलाकाें में हजाराें एकड़ में लगी फसल बर्बाद हाे चुकी है। जबकि शंकरपुर, बिंदटोली, दिलदारपुर, मोहनपुर और चवनिया दियारा में बाढ़ का पानी घरों में घुसने से ग्रामीण पलायन करने लगे हैं। शुक्रवार को दियारा इलाके के दर्जनों परिवार ने तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के रवींद्र भवन में परिसर में शरण ली। ग्रामीणों की मानें तो पिछ्ले एक सप्ताह से गंगा की तेज धारा दक्षिण की ओर बह रही है। जिस कारण फसल लगी भूमि नदी में समाती जा रही है। वहीं लाेग अब गांव-घर छाेड़कर ऊंचे स्थानाें पर पलायन करने लगे हैं। रवींद्र भवन में शरण लिए बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से अब तक उन लोगों को किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई है। इधर बरारी पुल से लेकर बूढ़ानाथ मंदिर तक जलमग्न जैसी स्थिति देखी जा रही है। बूढ़ानाथ मंदिर की सीढ़ियाें पर गंगा का पानी चढ़ गया है और पूरा प्रांगण बाढ़ की चपेट में है। साथ ही बूढ़ानाथ मंदिर के पार्क और मसानी काली मंदिर में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक आगे भी गंगा का जलस्तर बढ़ने की संभावना है।