रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर नगर निगम में चल रहे सियासी खेल के बीच मेयर सीमा साहा की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। साढ़े चार साल के कार्यकाल में तीसरी बार एक दर्जन से अधिक पार्षद मेयर पर बुधवार काे अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए एकजुट दिखे।

इस दौरान पार्षदों ने संजय सिन्हा के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कमिश्नर प्रेम सिंह मीणा के कार्यालय में जाकर रिसीव कराया। साथ ही आवेदन की कॉपी मेयर और नगर आयुक्त कार्यालय में भी दी। अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 22 पार्षदों ने आवेदन पर हस्ताक्षर किया है।

वहीं वार्ड नंबर 27 के पार्षद उमर चांद ने डिप्टी मेयर राजेश वर्मा पर इस बार अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाने के सवाल पर गोल मटोल जवाब देते नजर आए। साथ ही उन्होंने बताया कि जहां तक मेयर को लेकर बहुमत का सवाल है, उसमें संख्या बल की कमी नहीं होगी। क्योंकि कुछ पार्षद गोपनीय मतदान भी करेंगे। वार्ड नंबर 43 की पार्षद अरशदी बेगम ने कहा कि साढ़े चार साल के कार्यकाल मेयर ने सिर्फ समस्या के निदान का आश्वासन ही दिया।

पार्षद ने कहा कि मेयर सीमा साहा अपने कार्यकाल में एक भी बड़ी योजना विभाग से लाने में असफल रही हैं। इधर पार्षद गोविंद बनर्जी, पंकज कुमार, सरयुग प्रसाद साह और पार्षद प्रतिनिधि मो. सोनू और मेराज ने कहा कि सीमा साहा के मौजूदा कार्यकाल में विकास की धीमी रफ्तार है।

पार्षदों ने आरोप लगाया कि मेयर नगर निगम में हुए घोटालों में भी संलिप्त है और वे पार्षदों द्वारा रखी गई समस्याओं को नजरदाज करती हैं। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। वहीं पूरे मामले पर जब मेयर सीमा साहा से उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।