
रिपोर्ट- रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर : बाढ़ राहत में नीतीश-भाजपा भाकपा-माले ने साहेबगंज के बिनटोली चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं व स्थानीय निवासियों ने झंडे बैनर से लैस होकर नीतीश सरकार में विरोध में नारे लगाते हुए बाढ़ का स्थायी निदान करने, सहायता राशि और फसल मुआवजा देने की मांग की। साथ ही सरकार पर बाढ़ राहत वितरण को लेकर प्रशासन द्वारा झूठा आंकड़ा पेश किए जाने का आरोप लगाते हुए बाढ़ प्रभावितों ने चम्पानगर-सराय मुख्यमार्ग पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर आक्रोश जताया। प्रदर्शन का नेतृत्व भाकपा-माले के नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, जिला कमिटी सदस्य विष्णु कुमार मंडल व साहेबगंज ब्रांच सचिव वीरबल यादव ने की।

भाकपा-माले के नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने कहा कि बाढ़ राहत वितरण के सवाल पर नीतीश-भाजपा प्रशासन का दावा झूठा है। शहर सहित जिले के हजारों बाढ़ प्रभावितों को सहायता राशि का भुगतान नहीं हुआ, और झूठा आंकड़ेबाजी कर प्रशासन लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि राहत शिविर के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद ही अचार संहिता का बहाना बनाकर समुदाययिक रसोई को बन्द कर दिया गया। जबकि सहायता राशि के लिए शहरी बाढ़ पीड़ित अंचल कार्यालय व नगर-निगम कार्यालय का चक्कर काट रहें हैं। उन्होंने बताया कि नाथनगर अंचल अंतर्गत नगर निगम वार्ड 9, 10, 1 के साहेबगंज, मोहनपुर, साकम, लालूचक, बुद्धुचक में हर साल बाढ़ आता है और हर साल इसकी यही स्थिति होती है।

सरकार और प्रशासन से कई बार अनुरोध किए जाने के बाद भी बाढ़ के स्थायी निदान के लिए पहल नहीं की गयी। इन प्रभावितों में ज्यादातर लोग खेतिहर, पशुपालक व दैनिक मजदूर है। इन परिवारों के पास तत्काल ना खाने-पीने का सामान है ना पशुओं के लिए चारा। लोग फांकाकशी करने के लिए मजबूर हैं। प्रदर्शन में भाकपा-माले के नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, जिला कमिटी सदस्य विष्णु कुमार मंडल, साहेबगंज ब्रांच सचिव वीरबल यादव, प्रकाश यादव, संतोष कुमार, पिंटू यादव, गुंजन देवी, बद्री तांती, पूनम देवी, रंजू देवी, गंगा यादव, कंचन देवी, विनोद विश्वकर्मा, बबलू ठाकुर, अमृत ठाकुर, संतोष साह, प्रभु महतो, शंकर यादव, रूपनी देवी, चिंता देवी, अनिता देवी, जयमाला देवी, दुर्गा देवी, हीरा देवी, बुट्टी यादव, महेश यादव, समुद्रा देवी, रामदेव यादव, गोविंद तांती, बालेश्वर यादव, हाबो देवी, सारो देवी आदि बड़ी संख्या में स्थानीय महिला-पुरुष शामिल हुए।