
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा/अंजनी कश्यप
सिल्क टीवी, भागलपुर(बिहार) : कहलगांव में अपराधियों का तांडव लगातार जारी है। एक और जहां पुलिस अवकाश प्राप्त प्राध्यापक डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह के घर से पिछले 24 जून को हुए भीषण डकैती कांड की गुत्थी पुलिस अब तक सुलझाने में नाकाम साबित हुई है। वहीं वारदात के 18 दिनों बाद सोमवार की देर शाम बेलगाम अपराधियों ने शहर के हृदय स्थल में लूट की दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया. बता दें कि कहलगांव के हाट रोड स्थित पुरानी रजिस्ट्री ऑफिस परिसर में किराये के मकान में संचालित उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में अपराधियों ने भीषण लूट कांड को अंजाम दिया। घटना को लेकर बताया जा रहा है कि करीब आधा दर्जन अपराधियों ने पिस्टल की नोंक पर महज 15 मिनटों के अंदर करीब पांच लाख रुपये की लूट कर ली, जबकि अपराधियों ने पिस्तौल की बट से कई बैंक कर्मियों को घायल कर पांच मोबाइल भी लूट लिया। घायल कर्मियों में रीजनल हेड कृष्णदेव तिवारी, ब्रांच मैनेजर जयप्रकाश दास, कैशियर गुलशन कुमार और क्रेडिट ऑफिसर हिमांशु कुमार शामिल हैं। जिसमे से गुलशन कुमार को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं अपराधि लूटकांड को अंजाम देने के बाद दो राउंड फायर कर आसानी से फरार हो गए। इधर घटना की जानकारी मिलने पर मौक़े पर पहुंचे कहलगांव एसडीपीओ की मौजूदगी में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, और लूटी की रकम को लेकर बैंक कर्मियों से पूछताछ की। वहीं बैंक के शाखा प्रबंधक जयप्रकाश कुमार दास ने बताया कि संध्या सात बजे के करीब पांच छह हथियारबंद अपराधी बैंक में घुसे और बैंक का प्रवेश द्वार बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि लूटे गए रूपये बैंक के कलेक्टिंग एजेंट द्वारा कलेक्ट कर लाया गया था. जिसे कैश काउंटर पर जमा करने की प्रक्रिया चल रही थी, तभी अपराधियों ने हथियार के बल पर लूट की इस घटना को अंजाम दिया।