बिजली तार से प्रवाहित करंट महादलित टोला में दे रहा खतरे को दावत, यास तूफान की आंधी से 6 दिन पहले झोपडी पर गिरा था ताड़ का पेड़…..

रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी, भागलपुर (बिहार) : भागलपुर के वार्ड नंबर 26 स्थित खंजरपुर महादलित टोला में बीते दिनों यास चक्रावाती तूफान के कारण आई आंधी से गिरा पेड़ 6 दिनों के भी अब तक तक नहीं हटाया गया है। जिससे वहां रहने वाले महादलित समाज के लोगों को काफी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है। वहीं इसको लेकर वार्ड नंबर 26 के पार्षद प्रतिनिधि संजय कुमार तांती ने कहा कि पेड़ गिरने से दो झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें दो महिला भी घायल हो गई थी, जिसका इलाज भागलपुर के मायागंज अस्पताल में जारी है। उन्होंने कहा कि पेड़ झोपड़ी के साथ दीवारों और बिजली के तार पर झूल रहा है, और इसको हटाने को लेकर डीएम, नगर आयुक्त, वन विभाग, सदर एसडीओ समेत बिजली विभाग को पत्र दिया है, लेकिन इसके बावजूद अबतक पेड़ यूं ही पड़ा हुआ है। पार्षद प्रतिनिधि ने कहा कि बिजली के तार से करंट प्रवाहित हो रहा है, जो आसपास के लोगों के लिए खतरे को दावत दे रहा है। इधर घायल महिला के पति श्रीधर ठाकुर ने कहा कि एक तो उसका घर आंधी की भेंट चढ़ गया और उसकी पत्नी के साथ बेटी भी घायल हो गई। जबकि अबतक पेड़ गिरने से ध्वस्त झोपड़ी को ठीक करने या किसी प्रकार का मुआवजा भी नहीं मिला है। साथ ही कहा कि अधिकारियों को आवेदन देने के बाद भी अधिकारी और वन विभाग के साथ बिजली विभाग लापरवाह बना हुआ है। जिससे बिजली तार से प्रवाहित करंट से लोगों को जान का खतरा बना हुआ है। अब देखना यह है कि कब तक जिम्मेदार अधिकारियों की नज़र इन गरीबों की ध्वस्त झोपड़ी और बिजली के झूलते तार पर गिरे पेड़ पर पड़ती है। यहां यह भी जिक्र करना आवश्यक है की इसी आंधी तूफ़ान में जब बड़े पदाधिकारियों के आवास या मार्गों में जब कभी पेड़ गिर जाता है या कोई व्यवधान पैदा होता है तो आनन् फ़ानन में इसपर उचित पहल कर रास्ते और आवास की व्यवस्था सुचारु की जाती है, लेकिन यही अगर किसी गरीब का झोपड़ा हो तो कई बार सम्बंधित विभाग अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने में लगा रहता है। ऐसी स्थिति में अगर आला अधिकारी भी इसपर संज्ञान नहीं लेंगे तो जनता जाए तो जाये कहाँ …