बारिश के पानी से कराह रहा स्मार्ट सिटी, सड़क बनी तालाब….अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन…

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार ): मगंलवार को जिले भर में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर के कई मोहल्लों में जलभराव होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं भागलपुर में झमाझम बारिश से शहर के कई इलाके तालाब बन गए हैं। भोलानाथ अंडरपास के नीचे घुटने भर पानी जमा है। शहर के दिल कहे जाने वाले सैंडिस कंपाउंड के मुख्य गेट के आगे भी नाव चलने जैसी स्थिति है। जलजमाव की वजह से लोहापट्टी, सिकंदरपुर और इशाकचक की स्थिति भी नारकीय बनी हुई है। नाले का पानी सड़क पर बहने से मिरजानहाट, क्लबगंज, सकरुल्लाचक समेत दर्जनों मोहल्ले के लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। बारिश के पानी से शहर की बड़ी आबादी को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। गौरतलब हो कि यह परेशानी स्मार्ट सिटी में लंबे समय से है लेकिन व्यवस्था देखने वाले अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन बैठे हुए हैं। उन्हें आम लोगों की परेशानी से कोई लेना देना नहीं। अगर होता तो शायद आज शहर की स्थिति बदली हुई नजर आती। इधर जलजमाव की वजह से खलीफाबाग चौक, कचहरी चौक, कोयला कोयला डिपो चौक और एनएच-80 पर यातायात व्यवस्था चरमराई नजर आई। सड़क पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही। लेकिन जाम खुलवाने वाले अधिकारी और जवान नदारद दिखे। नवाबबाग कॉलोनी मार्ग और इशाकचक थाना मार्ग में भी जलजमाव की बदतर स्थिति बनी हुई है। इस मार्ग में नाला नहीं होने से जलनिकासी की समस्या है। लोगों ने बताया कि पाइप लाइन बिछाने के बाद सैंडिस कंपाउंड मार्ग और बरारी मुख्य मार्ग कीचड़ से पट गया है। पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे में सिक होल बन गया है। जिससे राहगीरों के चोटिल होने की संभावना बढ़ गई है। वहीं रुक-रुककर हो रही बारिश से शहर की सूरत बिगड़ गई है। नगर निगम का गोदाम हो या जोनल कार्यालय सबके सामने जलजमाव दिखता है। मुख्य मार्गो को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कों पर एक से दो फीट पानी बह रहा है। इसकी वजह से वाहन चालकों के अलावा पैदल चलने वालों को भी काफी परेशानी हो रही है। बता दें शहर के अधिकांश नालों की मानसून से पहले समुचित उड़ाही नहीं होने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोहापट्टी और सुजागंज की सड़कें कीचड़ और गाद से भर गई हैं। बारिश के कारण राहगीरों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है। वहीं कुछ नालों से निकाली गई गाद को सड़क पर ही छोड़ दिया गया है। बारिश के बाद यही गाद नाले में फिर से गिर रहा और सड़क पर फैल रहा है।इधर शहर के दक्षिणी क्षेत्र में जल निकासी की समस्या पर प्रशासनिक महकमा पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। जबकि चुनाव आते ही जनप्रतिनिधियों को भोलानाथ अंडर पास में जलजमाव के निदान की याद आ जाती है। इस समस्या के सामाधान की बात को वे अपने मैनिफेस्टो में प्रमुखता से रखते हैं। लेकिन चुनाव समाप्त होते ही जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है।