बारिश के कारण भोलानाथ पुल बना तालाब, एमपी, एमएलए और प्रशासनिक अधिकारी बने मूकदर्शक

रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : भागलपुर का भोलानाथ पुल शहरवासियों के लिए मानों अभिशाप बन गया है। सरकारें आती है और फिर समय के साथ बदल भी जाती है, लेकिन भोलानाथ पुल के नीचे जल जमाव की समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण भोलानाथ पुल हमेशा की तरह तालाब में बदल गया, जिससे इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों और वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि यह केवल बारिश का पानी नहीं है, बल्कि आसपास के इलाके में बहने वाले कई नाले का पानी है, जो बारिश होने पर नाले से ऊपर सड़कों पर बहने लगता है। ना जाने कई मंत्री, सांसद, विधायक, और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भोलापुल जलजमाव की समस्या के निदान का भरोसा आम लोगों को दिलाया, और चुनाव के दौरान अपने एजेंडे में भी भोलानाथ के नीचे जल जमाव की समस्या का निराकरण करने और फ्लाई ओवर निर्माण कराने का वादा किया, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी जनप्रतिनिधियों ने केवल जनता को छलने का काम किया। अब हम बात करते हैं भागलपुर के वर्तमान सांसद अजय मंडल और नगर विधायक अजीत शर्मा की, जिन्होंने भागलपुर शहरी क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान चुनावी घोषणा पत्र में भी भोलानाथ पुल जल जमाव समस्या का समाधान करने की बात कही थी। लेकिन भागलपुर विधानसभा से तीसरी बार विधायक चुने गए अजीत शर्मा भी शिवाय प्रेस कांफ्रेंस में बड़े बड़े दावे करने के अलावा भागलपुर मुख्य शहर से दक्षिणी क्षेत्र को जोड़ने वाले भोलानाथ पुल के पास लोगों को होने वाली परेशानियों का समाधान कराने में अबतक नाकाम रहे है। बड़ी बात यह है कि नगर विधायक अजीत शर्मा, भागलपुर नगर निगम की महापौर सीमा साह, ज़िला परिषद के चेयरमैन अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह के अलावा कई पार्षद, जनप्रतिनिधि और जिले के आला अधिकारी इस सड़क से अक्सर गुजरते हैं, और उन सभी को इस समस्या एवम् लोगों को होने वाली दिक्कतों की जानकारी है। लेकिन हो हंगामा होने पर केवल जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन की ओर से जल निकासी कराकर इस समस्या के स्थाई समाधान से पल्ला झाड़ लिया जाता है। यहां यह भी जानना होगा की कई बार भोलानाथ पुल जलजमाव में गिरकर कई वाहन चालक, महिला और बच्चे जख्मी भी हो चुके हैं। और हर बार नेताओं और प्रशासन की ओर से जनता को अबतक मिला है, तो केवल आश्वासन। वहीं लोगों की माने तो हल्की भी बारिश में भोलानाथ पुल के नीचे जल जमाव हो जाता है, जिससे दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को बारिश होने पर आवागमन बाधित हो जाता है, और बांसी पुल समेत शीतला स्थान चौंक तक की सड़क पर नाले का पानी बहता रहता है, जिससे पूरी सड़क नाले में तब्दील हो जाती है।