
सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार): योग गुरु स्वामी रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच जारी विवाद थमता नहीं दिख रहा है। कोरोना महामारी के बीच बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी के खिलाफ दिए बयान पर आईएमए ने कड़ी आपत्ति जताई है। दरअसल बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को मूखर्तापूर्ण विज्ञान बताया था और कहा था कि एलोपैथिक दवाएं खाने के बाद भी लाखों लोगों की मौत हुई है। उनके इस बयान के बाद देशभर के एलोपैथी डॉक्टरों में रोष बढ़ गया, और भारतीय चिकित्सा संघ से जुड़े डॉक्टरों ने कहा कि अज्ञानता भरी टिप्पणी करके बाबा रामदेव ने कथित रूप से लोगों को भ्रमित करने का काम किया। इधर पूर्वी बिहार के सबसे बड़े हॉस्पिटल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में अपनी सेवा दे रहे डॉ. डी. पी. सिंह ने कहा कि योग गुरु रामदेव ने कोविड-19 टीकाकरण और आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ जो बयान दिया है, उस पर सरकार को एक्शन लेना चाहिए। वहीं आईएमए भागलपुर के जिला अध्यक्ष डॉ. संदीप लाल ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सभी डॉक्टर दिन रात मरीजों की सेवा कर रहे हैं, और ऐसे में रामदेव का बयान डॉक्टरों का मनोबल गिराने वाला है। वही डॉ. संदीप लाल ने बाबा रामदेव को डॉक्टरों से सार्वजनिक रूप से माफी मांग लेने की भी बात कही। इधर आईएमए और रामदेव में हुए विवाद के बाद स्वामी जी डॉक्टरों के साथ कई लोगों के निशाने पर आ गए हैं।