बाढ़ के कारण बंद किये गए वाहनों का परिचालन शुरू कराने की मांग हुई तेज…

रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : बिहार में आई बाढ़ की त्रासदी के कारण पिछले महीने NH 80 समेत कई सडकों पर पानी आ गया था, जिसको लेकर भागलपुर जिला प्रशासन के निर्देश पर व्यवसायिक वाहनों का परिचालन घोघा-भागलपुर मुख्य मार्ग पर बंद कर दिया गया था। जबकि वर्तमान में NH 80 और मुख्य सड़कों से पानी निकल जाने के बाद अभी तक जिला प्रशासन द्वारा इन मार्गों पर परिचालन बहाल नहीं कराया गया है। जिसको लेकर एसोसिएशन की ओर से जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को ज्ञापन भी सौपा गया है। वहीं इसको लेकर भागलपुर जिला ट्रक ऑनर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दीप नारायण सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला प्रशासन से बाढ़ के कारण बंद किये गए वाहन परिचालन को शुरू करने की अनुमति देने की मांग की।

उन्होंने कहा की बाढ़ के बाद स्थिति सामान्य हो गयी है फिर भी परिचालन बहाल नहीं हुआ है, जिसका कारन प्रभावित क्षेत्र के विस्थापित हुए लोगों का सड़क पर रहना बताया जा रहा है। जबकि वास्तविकता कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि अभी व्यावसायिक वाहनों को घोघा से सन्हौला-जगदीशपुर के रास्ते होकर भागलपुर आना पड़ रहा है। जिसके कारण अधिक समय लगने के साथ अनावश्यक डीजल और टोल टैक्स का भी अतिरिक्त भार वाहन मालिकों को वहन करना पड़ रहा है। साथ ही कहा कि वर्तमान परिस्थिति में घनी आबादी वाले मार्ग से ट्रकों का परिचालन कराया जा रहा है, जिसमें हमेशा अनहोनी या दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है, जिसका खामियाजा कई बार आम लोगों के साथ ट्रक मालिकों और चालकों को भी भुगतना पड़ता है। इसके अलावा एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि इन्हीं सड़क दुर्घटनाओं के कारण पिछले वर्ष 810 ट्रकों को आक्रोशित भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। साथ ही गंभीर आरोप लगाते हुए ट्रक यूनियन के नेताओं ने कहा कि अगर घोघा भागलपुर मार्ग वर्तमान में परिचालन के योग्य नहीं है, तो फिर पुलिस प्रशासन और स्थानीय नेताओं की मिली भगत से रात के समय प्रत्येक वाहनों से घूस के पैसे लेकर कुछ व्यावसायिक वाहनों का परिचालन क्यों और कैसे कराया जा रहा है। जबकि टोल प्लाजा के मालिकों और नेताओं पर भी आरोप लगाते हुए जगदीशपुर के रास्ते परिचालन कराने की बात एसोसिएशन के नेताओं ने कही।