बाइक से बिना हेलमेट के जा रहे DIO (राकेश कुमार )को पुलिस ने रोका, परिचय देने के बाद भी मारी लाठी

कोरोना चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन एक प्रभावी उपाय है, जिसे सख्ती से पालन कराये जाने को लेकर सड़कों पर पुलिस की फौज तैनात है और वो लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से पेश भी आ रही है, लेकिन कहीं-कहीं पुलिस आव देखती है न ताव, चला देती है डंडे। कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को जमुई जिले के एसपी कोठी के पास झाझा बस स्टैंड पर देखने को मिला। झाझा बस स्टैंड के पास शुक्रदास नगर भवन में सामुदायिक किचेन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार को जायजा लेना था और वीसी के सफल संचालन की सारी जिम्मेदारी जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी राकेश कुमार के ऊपर थी। राकेश कुमार अपने वाहन से शुक्रदास नगर भवन जा रहे थे। वो जैसे ही झाझा बस स्टैंड पहुंचे वहां पहले से तैनात पुलिस के जवानों ने उन्हें रोका और फिर क्या था चला दिया डंडा। वह अपना परिचय दे ही रहे थे लेकिन पुलिस के जवानों ने उनकी एक नहीं सुनी। झाझा बस स्टैंड पर जिला प्रशासन द्वारा पुलिस और दंडाधिकारी की तैनाती लॉकडाउन को प्रभावी रुप से लागू कराने को लेकर की गई है। फिर वहां पर मौजूद मीडिया कर्मियों द्वारा यह बताने पर कि वो एक अधिकारी हैं और सीएम के कार्यक्रम को लेकर जा रहे हैं तब जाकर मामला थोड़ा शांत हुआ। पुलिस का डंडा खाकर जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी राकेश कुमार का पारा सांतवे आसमान पर चढ़ गया और दोनों में काफी नोंक-झोंक भी हुई। उसी वक्त जिला के पुलिस कप्तान प्रमोद कुमार मंडल भी सीएम के वीसी में जा रहे थे। जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी राकेश कुमार ने दौड़ कर उनकी गाड़ी रुकवाई और पुलिस के जवान द्वारा की गई हरकतों से उनको अवगत कराया। एसपी साहब भी जल्दबाजी में थे इसलिए दोनों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया और पुलिस के जवान को यह निर्देश दिया कि वो बेबजह किसी पर डंडा न चलाएं।