
रिपोर्ट – राहुल गोस्वामी
सिल्क टीवी पीरपैंती, भागलपुर : भागलपुर के प्रखंड रेफरल अस्पताल पीरपैंती में बुधवार की शाम लगभग सात बजे इलाज कराने पहुँचे फौजादरी निवासी मणिकांत महतो ने 20 वर्षीय पुत्री अंजली कुमारी को गम्भीर हालत में भर्ती कराया था. पीड़ित परिवार के द्वारा बच्ची की जान बचाने के लिए पीरपैंती विधायक ललन कुमार को सूचना देकर इलाज करवाने के लिए गुहार लगायी गयी. जिसमे विधायक के द्वारा डॉक्टर एन. के. वर्मा को फोन कर मरीज को ऑक्सीजन लगवा कर रेफर करने को कहा. लेकिन फोन पर डॉक्टर के द्वारा किसी प्रकार की संज्ञान नहीं ली गयी। उसके बाद देर रात्रि लगभग 11 बजे विधायक अस्पताल पहुँचे, तो देखा की ऑक्सीजन नहीं लगी है. इसके अलावे न तो एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। इसके बाद देर रात्रि करीब 12 बजे एम्बुलेंस उपलब्ध करवा कर बेहतर इलायज के लिए जवाहरलाल नेहरू भागलपुर भेज दिया गया। वही डॉ. एन.के.वर्मा के द्वारा जानकारी दी गई 7:55 बजे डॉ. गणेश कुमार खंडेलिया के द्वारा इलाज करने के बाद 8 बजे से मेरे नेतृत्व में मरीज की देख रेख की जा रही थी. मेरे द्वारा प्रत्येक प्रकार की मेडिसिन दिया जा रहा था लेकिन मरीज को काफी बैचेनी हो रही थी उसके बाद रेफर कर दिया गया था. लेकिन एक एम्बुलेंस खराब हो गई थी और दूसरी वैक्सीन लाने के लिए गयी थी जिसके वजह से लेट हो गयी ।तभी देर रात्रि लगभग 11बजे विधायक की आगमन होते ही विधायक आग बबूला होकर अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। विधायक ललन कुमार के द्वारा जानकारी दी गयी देर रात्रि पीड़ित परिवार के द्वारा मुझे कॉल कर सूचना दी गयी कि मेरी बहन की जान बचा लीजिए अस्पताल में किसी प्रकार की बात सुनने को तैयार नही है न तो गार्ड के द्वारा डॉक्टर को बुलाया जाता है न ही डॉक्टर से मिलने दिया जा रहा है तबि किसी प्रकार गार्ड के माध्यम से डॉ. एन.के.वर्मा के द्वारा बात हुई लेकिन किसी प्रकार की संज्ञान नहीं लिया गया ।पीड़ित परिवार के द्वारा फिर से दुबारा कॉल कर बोला गया रेफर कर बोल रहे हैं विधायक को बोलो इलायज करने और एम्बुलेंस मँगवाने के लिए इस बात को सुनते ही मुझे बच्ची की जान बचानी थी तुरन्त करीब 10 बजे मैंने अस्पताल पहुँचा तो गार्ड के द्वारा मुझे डॉक्टर से मिलने के लिए रोक दिया गया करीब 15 मिनट बाद डॉक्टर एन.के. वर्मा बाहर निकले और बोले मैं तो कब ही रेफर कर दिया है ले जाइए जैसे ले जाना है। मुझे बैठने तक नहीं पूछा गया इस प्रकार मेरे साथ अपमान किया गया डॉक्टर एन. के. वर्मा के द्वारा वही विधायक के आथिक प्रयास से बच्ची की जान बचाई गयी जिसकी इलायज मायागंज में की जा रही है। वही विधायक के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को शिकायत कर विभागीय करवाई के द्वारा डॉ. एन. के.वर्मा का तबादला करवाया गया ।