
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर नगर निगम के खाते से मेयर पति टुनटुन साह के पेट्रोल पंप कर्मी अनिल कुमार को फर्जी भुगतान कर सरकारी खजाने को चूना लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक दर्जन से अधिक पार्षद मामले की निगरानी से जांच कराने के लिए नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव पर दवाब बना रहें हैं।
गौरतलब हो कि नगर निगम में एक के बाद एक नए घोटाले सामने आ रहे हैं। लेकिन किसी भी मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। छह माह पहले ट्रेड लाइसेंस जारी करने में घोटाला उजागर हुआ तो उसकी जांच के लिए जांच समिति बनायी गई। अभी इसकी जांच पूरी भी नहीं हुई है कि लेबर घोटाले का मामला सामने आ गया।

इधर दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंसल सिंह, संजय सिन्हा, उमर चांद समेत कई पार्षद नगर आयुक्त मिले और कहा कि आपने निगरानी से जांच कराने के लिए दो दिनों का समय मांगा था। जिसकी मियाद आज पूरी हो गई। वहीं पार्षदों के सख्त तेवर को देख कर कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त ने कुछ घंटे का समय मांगा। इस दौरान पार्षद पति मोहम्मद सोनू, मेराज, इबरार अंसारी और शशि मोदी ने कहा कि 24 घंटे के भीतर अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे लोग आंदोलन करेंगे। साथ ही कहा कि घोटाले की जांच के लिए कोर्ट भी जाएंगे।
एक पार्षद ने बताया कि निगम के कर्मियों और अधिकारियों की मिलीभगत से जनता के पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है। लेकिन इस पर सरकार और जिले के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए है। बैठक में कुछ पार्षदों ने स्वास्थ्य शाखा प्रभारी मोहम्मद रेहान और अन्य कर्मियों पर वित्तीय गबन का आरोप लगाते हुए हटाए जाने की मांग की।
वार्ड 32 के हंसल सिंह और वार्ड 43 के मो. सोनू ने कहा कि निगम प्रशासन द्वारा जांच में देरी करना मामले की लीपापोती की ओर इशारा कर रहा है। वहीं पार्षदों ने नगर आयुक्त को 24 घंटे के भीतर दोषियों पर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया।