रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के कर्मियों ने मगंलवार को विश्वविद्यालय खुलते ही कार्य का बहिष्कार कर दिया। परीक्षा नियंत्रक प्रो. अरुण कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मियों ने संघ के नेता रंजीत यादव के नेतृत्व में नारेबाजी की फिर धरना पर बैठ गए।

बताया जा रहा है कि सोमवार को एक फाइल को लेकर लेखा शाखा के एसओ सर्वानंद प्रसाद और परीक्षा नियंत्रक प्रो. अरूण कुमार सिंह के बीच कहासुनी हो गई थी। जिसको लेकर सर्वानंद प्रसाद ने परीक्षा नियंत्रक के विरूद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग करने, गाली-गलौज और संचिका में आग लगाने की धमकी का आरोप लगाते हुए कुलसचिव को आवदेन दिया था।

जिसे रजिस्ट्रार ने सोमवार को ही प्रॉक्टर प्रो. रतन मंडल को भेज दिया। इधर विश्वविद्यालय खुलते ही शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ ने कंट्रोलर पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। साथ ही मांग पुरी नहीं होने तक कार्य बहिष्कार कर सभी शाखाओं में तालाबंदी कर दी।

जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर आ गया। वहीं कर्मचारियों के मांग की सूचना रजिस्ट्रार डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पाण्डेय को फोन पर दी। जिसके बाद कुलपति ने प्रति कुलपति प्रो. रमेश कुमार से कर्मियों की वार्ता कराने का निर्देश दिया।

हालांकि इसके पूर्व रजिस्ट्रार और प्रॉक्टर ने कर्मियों से आंदोलन समाप्त कर कार्य पर लौटने की बात कही। प्रति कुलपति प्रो. रमेश कुमार ने कहा कि कमेटी बनाकर मामले की जांच की जाएगी और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर विधि सम्मत कार्रवाई होगी।

जबकि प्रॉक्टर प्रो. रतन मंडल ने बताया कि परीक्षा नियंत्रक प्रो. अरूण कुमार सिंह से इस मामले पर शो कॉज किया जाएगा। वहीं लेखा शाखा के एसओ सर्वानंद प्रसाद का ट्रांसफर दूसरे सेक्शन में करने के आश्वासन पर कर्मी अपने काम पर लौट गए।

इधर परीक्षा नियंत्रक प्रो. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि कर्मी सर्वानंद प्रसाद उन पर जो भी आरोप लगा रहा है वह सरासर गलत, निराधार और बेबुनियाद है। उन्होंने बताया कि मैंने किसी भी तरह की धमकी कर्मियों को नहीं दी है।