रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य सरकार नीरा यानी ताड़ का रस उत्पादन करने वाले लोगों को एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि ताड़ के पेड़ से ताड़ी नहीं बल्कि नीरा निकालें जो सेहत के लिए लाभदायक है।

सीएम नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि नीरा उत्पादन का काम करने वालों को जीविकोपार्जन योजना के तहत एक लाख रुपए तक की मदद की जाएगी। साथ ही योजना के तहत व्यवसाय शुरु करने के लिए सात माह तक एक-एक हजार रुपया भी दिया जाएगा। बता दें कि नीतीश सरकार ने 5 अप्रैल 2016 से राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया है।

इधर मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि नीतिश कुमार ने नीरा की खासियत तो बता दी। लेकिन अब नीरा उत्पादन के आड़ में ही शराब का कारोबार होगा। भागलपुर नगर विधायक अजीत शर्मा ने बताया कि प्रशासन के लोग किस-किस पेड़ के पास खड़े होकर निगरानी करेंगे कि वहां वास्तव में नीरा उतारा जा रहा है या ताड़ी।