रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : निजीकरण के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियन के आवाहन पर किए गए देशव्यापी बैंक हड़ताल के दूसरे दिन भागलपुर में बैंको का कामकाज पूरी तरह ठप रहा।

सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न बैंकों के समक्ष अलग अलग तरह से बैंक कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से बैंकों का निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की।

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया, यूनियन बैंक, यूको बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, ग्रामीण बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, समेत तमाम राष्ट्रीयकृत बैंक के अधिकारीयों और कर्मचारियों ने रैली और धरना प्रदर्शन के माध्यम से विरोध जताया और निजीकरण को देश के विकास के साथ राष्ट्र और आम जनता के लिए घातक बताया।

इस दौरान निजीकरण से होने वाले नुकसान के बारे में भी बैंक कर्मियों ने चर्चा की और सरकार द्वारा जनविरोधी नीति को वापस नहीं लेने पर आंदोलन और तेज करने की बात कही।

दो दिवसीय बैंक हड़ताल के दौरान यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियन के अलावा विभिन्न बैंकों के यूनियन से जुड़े अधिकारी कर्मचारी और बैंकर्स ने हिस्सा लिया।