
रिपोर्ट- अंजनी/ सैयद इनामउद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर,बिहार : बिहार की राजनीति को बुधवार को एक बड़ा नुकसान हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एंव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट कि |

उनकी मौत की जानकारी देते हुए जीतन राम मांझी ने लिखा कि आज मेरे पुराने साथी ने मेरा साथ छोड दिया।सदानंद बाबू हमें छोडकर चले गएं। ईश्वर उनके आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। बता दें कि काफी दिनों से पटना के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। उन्हें लीवर की समस्या थी। भागलपुर जिले के रहने वाले सदानंद सिंह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे जिसके बाद उनको इलाज के लिए पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सदानंद सिंह का निधन पटना के क्यूरिस अस्पताल में हुआ है।

अस्पताल में भर्ती होने के बाद विभिन्न दलों के नेताओं ने जाकर उनसे अस्पताल में मुलाकात की थी। सदानंद सिंह के निधन के बाद से बिहार के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है।

सदानंद सिंह बिहार में कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ राजनेता थे। वो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा लंबे समय तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे थे। सदानंद सिंह साल 2000 से 2005 तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे।

साथ ही करीब 10 साल से कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद पर रहे। सदानंद सिंह बिहार सरकार में सिंचाई और ऊर्जा राज्यमंत्री रह चुके थे। उनके सभी दलों के नेताओं से काफी मधुर संबंध थे साथ ही वो लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय थे।

सदानंद सिंह 2020 विधानसभा चुनाव नहीं लड़े थे। भागलपुर जिले की कहलगांव सीट से कांग्रेस ने उनके पुत्र शुभानंद मुकेश को टिकट दिया। हालांकि इस चुनाव में उनके बेटे को हार का सामना करना पड़ा था।