रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर नगर निगम में इन दिनों रोज नये नये घोटाले का खुलासा हो रहा है। वहीं जांच के नाम पर निगम प्रशासन फिसड्डी साबित हुआ है। लेकिन भ्रष्टाचार की दौड़ में सबसे आगे। ट्रेड लाइसेंस और मजदूर घोटाले की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है कि एक और नया मामला सामने आ गया।

यह मामला नगर निगम के क्रय समिति द्वारा पारित हाथ ठेला खरीदारी से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि नगर निगम ने जैम पोर्टल के माध्यम से करीब 17 हजार रुपए की दर से 205 हाथ ठेला खरीदा है। लेकिन अब इन ठेलों की गुणवत्ता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। शुक्रवार को निगम परिसर में जब हाथ ठेला ट्रक से उतारा जा रहा था, तभी कुछ पार्षद एकत्र हो गए और ठेला की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते हुए नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव से मिलने की बात कही।

वहीं वार्ड नंबर 21 के पार्षद संजय सिन्हा, वार्ड 27 के उमर चांद और वार्ड 32 के हंसल सिंह ने कहा कि मेयर की मिलीभगत से निगम में घोटाला हो रहा है। जबकि वार्ड 33 के पार्षद प्रतिनिधि मो. मेराज और वार्ड 42 के मो. सोनू ने कहा कि ठेला की पूरी बॉडी घटिया किस्म की है।

इस दौरान पार्षदों ने ठेला के वजन को अपने हाथों से उठाकर देखा। साथ ही पार्ट पुर्जे को आसानी से तोड़कर भी दिखाया। वहीं पार्षद पंकज कुमार और गोविंद बनर्जी ने बताया कि भागलपुर नगर निगम में जनता के पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है।

पार्षदों ने नगर आयुक्त से ठेला को वापस करने की मांग की है। इधर पार्षद उमर चांद ने कहा कि निगम में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्षद एकता मंच आंदोलन करेगा।