
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) :नगर निगम कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण शहर कूड़ा डम्पिंग जोन बनता जा रहा है। पिछले 6 दिनों से चल रही हड़ताल को लेकर जहां आम लोग कूड़ा कचरा के ढेर और जलसंकट से जूझने को मजबूर हैं, वहीं सफाई कर्मचारी, जलकल कर्मी और कार्यालय कर्मी अपनी मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कह रहे हैं। कहने को तो भागलपुर बिहार में चयनित होनेवाली पहली स्मार्ट सिटी है,

लेकिन यहाँ की हालत देखी जाए तो सरकार और नगर निगम प्रशासन की सारी पोल खुल जाती है। शहर में जगह जगह कूड़ा कचरे का ढेर दिखाई देता है, जिससे निकलनेवाली वाली दुर्गन्ध वहां रहनेवाले लोगों के अलावा राहगीरों के लिए परेशानी एवं बिमारी का सबब बनती जा रही है। वहीं आम लोगों की मुश्किलों के बावजूद इसपर ना तो सरकार और इनके अधिकारियों द्वारा कोई पहल की गई है, और ना ही हड़ताली निगम कर्मियों को उमस भरी भीषण गर्मी के बावजूद जनता के परेशानी की परवाह है।

बता दें कि कोविड महामारी का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, बल्कि देश के कई राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक देने लगी है, बावजूद इसके साफ़ सफाई और कोविड गाइड लाइन की सावधानियों को नजर अंदाज करते हुए आंदोलन कर्मी, सरकार और स्थानीय प्रशासन बड़े खतरे को दावत दे रहे है।