
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की पौत्री शारदा सहाय का निधन 83 वर्ष की उम्र में उनके भागलपुर स्थित आवास पर मंगलवार को हो गया। शारदा सहाय के निधन पर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए कहा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति और विद्वान डॉ राजेंद्र प्रसाद के योगदान को देश सदा याद रखेगा, जबकि उनके परिवार के लोग भी सम्मान के पात्र हैं। बता दें कि भागलपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में डॉ राजेंद्र प्रसाद और उनकी पोती की भी भूमिका मानी जाती है। जो बाद में शहीद तिलका मांझी के नाम पर अब तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।

वहीं तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डॉ नीलिमा गुप्ता ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की पोती शारदा सहाय के निधन पर गहरा शोक जताते हुए दुख प्रकट किया है। बताया जाता है कि शारदा सहाय ने स्नातकोत्तर की शिक्षा के लिए भागलपुर विश्वविद्यालय में नामांकन कराया था। वहीं टीएमबीयू की कुलपति ने शारदा सहाय के निधन को एक बड़ी क्षति बताते हुए कहा कि उनके आकस्मिक निधन से विश्वविद्यालय परिवार शोकाकुल और मर्माहत है। उन्होंने कहा की दुःख की इस घड़ी में स्व. सहाय के परिजनों को ईश्वर सहन शक्ति और सम्बल प्रदान करे।