टीएमबीयू 62वां स्थापना दिवस : सांसद और एमएलसी ने की घोषणा, कहा विश्वविद्यालय के विकास में करेंगे सहयोग…..

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) :तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में सोमवार को 62वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया । समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भागलपुर सांसद अजय कुमार मंडल थे। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में एमएलसी डॉ एनके यादव और सुल्तानगंज विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता सहित विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रशासनिक भवन परिसर स्थित स्वतंत्रता सेनानी तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद कुलपति ने कुल ध्वजारोहण किया। वहीं सीनेट हॉल में अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। जिसके बाद पीजी म्यूजिक विभाग के छात्र-छात्राओं ने कुलगीत और स्वागत गान की प्रस्तुति दी। मौके पर कुलपति ने सांसद और एमएलसी को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र और पौधा भेंट कर सम्मानित किया। समारोह में सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि विश्वविद्यालय विकास के रास्ते पर अग्रसर है और मैं इसके बेहतरी की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि वर्तमान कुलपति के नेतृत्व में टीएमबीयू में काफी विकास हो रहा है। इस दौरान रजिस्ट्रार डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने अजय मंडल ने सांसद निधि से आगामी वित्तीय वर्ष में फंड की उपलब्धता होते ही टीएमबीयू में लिफ्ट लगवाने की बात कही। वहीं एमएलसी डॉ एनके यादव ने कहा कि वे इसी विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। लिहाजा वे यहां के एलुमिनी भी हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का इतिहास बहुत ही लम्बा और गौरवशाली रहा है। कॉलेज-यूनिवर्सिटी की पढ़ाई का छात्र जीवन मे बहुत महत्व है। क्योंकि ज्ञान की प्रयोगशाला विद्यालय और महाविद्यालय ही होता है। स्थापना दिवस समारोह में कुलपति ने एमएलसी को एक मेमोरेंडम भी सौंपा। जिसमें उन्होंने एमएलसी से पीजी महिला छात्रावास में पीसीसी सड़क निर्माण और भवन के रेनोवेशन की मांग की। जिसपर एमएलसी ने कहा वे जल्द ही इन सभी मांगों को पूरा करेंगे। अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि टीएमबीयू का इतिहास काफी समृद्ध और गौरवशाली रहा है। इसे राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाया जाएगा और सबों के समेकित प्रयास से ही यह सम्भव हो सकता है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की विकास में यहां के शिक्षकों, कर्मचारियों, समाज के लोगों और छात्र-छात्राओं का भी सहयोग रहा है। उन्होंने केक काटकर टीएमबीयू के 62वें स्थापना दिवस समारोह को मनाना यादगार बताया। वहीं टीएमबीयू के दो पूर्व कुलपति प्रो. रामाश्रय यादव और प्रो. रमा शंकर दुबे ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर अपने विचार व्यक्त किये और विश्वविद्यालय के विकास और उन्नति की कामना की। पूर्व कुलपति प्रो. रामाश्रय प्रसाद यादव ने अपने संबोधन में कहा कि टीएमबीयू अध्ययन, अध्यापन और अनुशासन के लिए ही जाना जाता रहा है। जबकि प्रो. रमा शंकर दुबे ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र हित सर्वोपरि है, और टीएमबीयू ज्ञान की परम्परा को अपने में समेटे हुए है, जो दानवीर कर्ण, राष्ट्रकवि दिनकर और दीपांकर जैसे महान शिक्षाविद की भूमि पर स्थित है। समारोह में प्रति कुलपति प्रो. रमेश कुमार ने टीएमबीयू के स्थापना काल का जिक्र किया। इधर कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा, शोध, सेवा, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। मौके पर रिटायर कर्मचारियों को कुलपति ने अंग वस्त्र, बुके, बैग, प्रशस्ति पत्र और पौधा भेंट कर सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन डीएसडब्ल्यू प्रो. राम प्रवेश सिंह जबकि मंच संचालन डॉ. जनक श्रीवास्तव ने किया। वहीं स्थापना दिवस कार्यक्रम का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण यूडीसीए के निदेशक प्रो. निसार अहमद की देखरेख में किया गया। मौके पर डीन प्रो. अशोक कुमार ठाकुर, प्रॉक्टर प्रो. रतन मंडल, सीसीडीसी प्रो. केएम सिंह, कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो. रंजना, प्रो. संजय झा, प्रो. निशा झा, जनसम्पर्क पदाधिकारी डॉ. दीपक कुमार दिनकर सहित कई पीजी विभागों के हेड, कॉलेजों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।