टीएमबीयू पौधारोपण में आगे, संरक्षण में फिसड्डी…

सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण ही काफी नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण है की पौधों की देखभाल की जाए। जो भी पौधे लगाये जाएं वे जीवित रह सके इसका ध्यान रखना आवश्यक है। लेकिन अधिकतर जगहों पर ऐसा नहीं देखा जाता है। हम बात कर रहे हैं तिलका मांझी भागलपुर विश्विद्यालय की। यहां पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण तो जोर शोर से किया जाता है, लेकिन लगाये गए पौधों के संरक्षण के प्रति लापरवाही भी साफ दिखती है। यूं कहें कि टीएमबीयू पौधारोपण में आगे जरूर है, लेकिन संरक्षण में फिसड्डी साबित हो रहा है। बीते साल भी टीएमबीयू प्रशासन की एनएसएस इकाई की ओर से करीब 150 पौधे बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के वैज्ञानिकों की देखरेख में तत्कालीन प्रभारी कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने लगवाए थे, और इसपर लगभग 55 हजार रूपया खर्च भी किया गया था। इसके बावजूद कुछ पौधों को छोड़कर सभी पौधे नष्ट हो चुके हैं। पर्यावरण दिवस पर तामझाम से कुलपति ने खुद पौधा लगाया था, लेकिन रखरखाव के अभाव में आज उस पौधे का नामोनिशान तक नहीं है। टीएमबीयू के प्रोफ़ेसर कॉलोनी, गेस्ट हाउस, रवींद्र भवन, तिलकामांझी वाटिका, केंद्रीय पुस्तकालय, प्रशासनिक भवन के सामने सहित कई जगहों पर फलदार वृक्ष से लेकर सजावटी पौधे लगाए गए थे। टीएमबीयू में पर्यावरण संरक्षण को लेकर लापरवाही का आलम यह है कि, जहां गेवियन है वहां से पौधा ही गायब है, और जहां पौधा जीवित है वहां गेवियन ही नहीं दिखता। उचित रख रखाव के अभाव में अधिकांश पौधे पेड़ बनने से पहले ही सूख कर नष्ट हो रहे हैं। पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाकर फोटो खिंचवाने का शौक रखने वाले अधिकारी यदि पौधों की देखभाल की मॉनिटरिंग करें, तो शायद ग्रीन कैंपस का सपना जल्द पूरा हो जाए। वहीं कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि अब विश्वविद्यालय परिसर में लगाए गए सभी पौधे का संरक्षण किया जाएगा, और इसको लेकर योजना तैयार कर ली गई है। इधर विश्व पर्यावरण दिवस पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर टीएमबीयू के एनएसएस समन्वयक डॉ. अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि इस बार कैम्पस में स्वयंसेवकों के नाम पर पौधा लगाया जाएगा। जिसकी रक्षा की जिम्मेदारी उस छात्र की होगी। हालांकि यहाँ भी अधिकारी छात्रों के ऊपर पौधा संरक्षण की जिम्मेदारी डालकर खुद पल्ला झाड़ने की फ़िराक में दिखाई दिए। वहीं पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने कहा कि ग्रीन कैंपस को लेकर कुलपति प्रोफ़ेसर नीलिमा गुप्ता ने कई दिशा निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण दिवस पर पौधा रोपण की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।