
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वहीं सीनेट हॉल के बाद प्रशासनिक भवन में पानी घुसने से कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है। जिसको लेकर गुरुवार को विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ ने कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव को आवेदन देकर प्रशासनिक भवन को बंद करने की मांग की है। कुलसचिव को दिए गए आवेदन में संघ के महासचिव ने कहा है कि टीएमबीयू कैंपस में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से कर्मचारियों को आने जाने में काफी असुविधा हो रही है। साथ ही कई विभागों में विषैले जीव घूम रहे हैं। जिससे कर्मियों में दहशत है। संघ ने बाढ़ की समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय में बाढ़ की स्थिति रहने तक बंदी करने की मांग की है। गौरतलब हो कि पिछले एक सप्ताह से विश्वविद्यालय प्रशानिक भवन के पीछे बाढ़ का पानी जमा है, जिससे अब दुर्गंध भी आने लगी है। गुरुवार को विश्वविद्यालय के कर्मियों को नाव से कार्यालय जाना पड़ा। वहीं सीनेट हॉल के सामने की सड़क पानी में समा गई है, जबकि रवींद्र भवन होकर गुजरने वाली सड़क पर बाढ़ पीड़ितों ने शरण ले रखा है। जिस कारण अधिकारियों की गाड़ी को भी प्रशासनिक भवन पहुंचने में परेशानी हो रही है।