रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय से मान्यता प्राप्त छह माह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम की शुरुआत सोमवर को टीएनबी कॉलेज में हो गई। वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए सर्टिफिकेट कोर्स के महत्व पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में प्राचार्य ने कहा कि इस पाठ्यक्रम की पूरा होने के पश्चात सभी स्टूडेंट्स समाज के तनावग्रस्त लोगों के तनाव समाप्ति में सहायक होंगे।

जबकि मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष सह कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश कुमार तिवारी ने साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की महत्ता और इसके अनुप्रयोग के बारे में विस्तारपूर्वक की। उन्होंने कहा कि साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड का इस्तेमाल चिंता,डिप्रेसन, एंग्जायटी या अधिक गुस्सा आने जैसे परेशानियों से गुजर रहे व्यक्तियो के लिए किया जाता है, जिसमे मानसिक समस्या से जूझ रहे व्यक्ति से बात करके उसकी परेशानी दूर की जाती है। डॉ. राजेश ने कहा कि साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड एक ऐसा ट्रैनिंग प्रोग्राम है, जिसमें यह सिखाया जाता है कि किसी ऐसे व्यक्ति को जिसमें मेन्टल हेल्थ समस्या विकसित कर रही है, उसकी मदद किस तरह से करनी है, उसकी हालत विगड़ने से कैसे रोकी जाए।

इसमें सुनना, समझना और लिंक करना जरूरी होता है। साथ ही छात्र छात्राओं को साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की आधारभूत सरंचना R A P I D मॉडल से विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर डॉ. स्वेता पाठक,डॉ. जनक श्रीवास्तव, डॉ. मनोज कुमार उपस्थित थे।