जैव विविधता और वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर गंगा घाट पर चलाया जागरूकता अभियान, विशेषज्ञ ने कहा – गांगेय डॉल्फिन स्वच्छ जल की सूचक….

रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : नमामि गंगे और भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा प्रशिक्षित गंगा प्रहरी की टीम ने गुरुवार को माणिक सरकार घाट पर गांगेय डॉल्फिन, गंगा की जैव विविधता और वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान मुख्य तिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए नदीय डॉल्फिन विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ सुनील चौधरी ने आस पास के लोगों और बच्चों से बातचीत की एवम गंगा में रहनेवाले तमाम जीवों के महत्व और संरक्षण के बारे में बताया। डॉ सुनील चौधरी ने लोगों की बातों को सुना और जलीय जीवों के साथ वन्य प्राणी के संरक्षण के प्रति स्थानीय लोगों के साथ बच्चों को भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि गांगेय डॉल्फिन स्वच्छ जल की सूचक है और इसे मछली समझकर मारे नहीं बल्कि ये एक जल में रहनेवाली स्तनपाई जीव है। इसलिए हमें इसका संरक्षण करने की जरूरत है। वहीं गंगा प्रहरी के स्पियर हेड गौरव कुमार सिन्हा ने बताया कि माणिक सरकार घाट गांगेय डॉल्फिन अभ्यारण्य का डॉल्फिन प्वाइंट है, और लोग यहां आकर इस नायाब जीव को देखने का आनंद ले सकते हैं, जिसे राष्ट्रीय जलीय जीव का दर्जा प्राप्त है। इधर डॉ सुनील चौधरी ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और गंगा प्रहरी के द्वारा किए गए इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि आज के युवा डॉल्फिन और जलीय जीव के साथ वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक है, जो अच्छा संकेत हैं। साथ ही उन्होंने गंगा नदी की जैवविविधता के बारे में जानकारी दी। मौके पर गंगा प्रहरी के राहुल मुकेश, पंकज कुमार, आशुतोष, जय कुमार, रविन्द्र कुमार और कन्हैया कुमार, संदीप कुमार दीपक कुमार के साथ आसपास के कई लोग और स्कूली बच्चे भी मौजूद रहे।