गर्भ कल्याणक महोत्सव पर 108 कलशों से किया गया भगवान वासुपूज्य का अभिषेक…

रिपोर्ट – सुमित शर्मा
सिल्क टीवी, नाथनगर भागलपुर : नाथनगर स्थित श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर गर्भ कल्याणक महोत्सव मनाया गया। भगवान वासुपूज्य की पद्मासन मुद्रा में बैठी मूंगे रंग की प्रतिमा का स्वर्ण एवं रजत 108 कलशों से अभिषेक किया गया, जबकि शांति धारा बड़ौदा के दिलीप हुमड ने किया। इस दौरान भगवान वासुपूज्य की अष्ट द्रव्य से पूजा-अर्चना कर गर्भ कल्याणक अर्घ्य चढ़ाया गया। महोत्सव को लेकर पंडित जागेश शास्त्री ने कहा कि भगवान वासुपूज्य अहिंसा की जीती जागती प्रयोगशाला है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को सदा प्रसन्न रहने के साथ सादा और सावधानीपूर्वक जीवन जीना चाहिए। उन्होंने उत्साह, तनावमुक्त और सकारात्मकता के कार्य करने की बात कही। साथ ही कोई भी कार्य किसी का दिल दुखा कर करने की बजाय नहीं, दिल जीत कर करने की का सन्देश दिया। इसके अलावा जानकारों ने कहा कि जो लोग रोते हैं वह व्यर्थ में अपना समय खोते हैं, और गुरुजन हमें अच्छी सीख पर चलने की प्रेरणा देते हैं। कार्यक्रम में सिद्ध क्षेत्र के मंत्री सुनील जैन ने सभी लोगों को भगवान् वासुपूज्य के गर्भ कल्याणक की बधाई दी, और कहा कि देशभर से लोग यहाँ आना चाहते है लेकिन कोविड के कारण कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ा। मौके पर विजय जैन, पदम जैन, कैलाश गंगवाल, विनोद विनायका, संजय गंगवाल, अमित बड़जात्या समेत कई लोग मौजूद रहे।