
सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक साबित हुई, जिसकी गवाही अबतक संक्रमित हुए मरीजों के आंकड़े दे रहे हैं। इसको लेकर डॉक्टरों का कहना है कि इस बार बीमार होने वालों में सबसे अधिक संख्या युवाओं और गर्भवती महिलाओं की रही है। डॉक्टरों की माने तो कोरोना काल में गर्भवती महिलाओंं को खास ध्यान देने की जरूरत है। वहीं गर्भवती महिलाएं कोरोना के नए स्ट्रेन से कैसे बचें। इसके लिए हमने बात की भागलपुर, चम्पानगर स्थित दस्तक नर्सिंग होम की संचालिका सह स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शगुफ्ता नाहिद से। जहां चिकित्सक ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता आम लोगों से कम होती है। जिस कारण गर्भवती महिलाएं आसानी से कोरोना की चपेट में आ सकती हैं। डॉ. शगुफ्ता ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से न सिर्फ उन्हें खतरा है, बल्कि उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को गहरी सांस लेने संबंधी कई एक्सरसाइज बताई जाती हैं। जिससे उनके फेफड़े मजबूत हों और डिलीवरी के वक्त उन्हें ज्यादा परेशानी ना हो। वहीं IMA से जुड़ी डॉ. शगुफ्ता नाहिद ने गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से चेकअप कराने के साथ डाइट में हाई प्रोटीन फूड का इस्तेमाल करने की बात कही। जिससे महिला के साथ उसके गर्भ में पल रहे शिशु पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़े।