गम का महीना है मुहर्रम : सैयद जीजाह हुसैन…

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) :इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मुहर्रम साल का पहला महीना है। जानकारों ने बताया कि 11 अगस्त को मुहर्रम की पहली तारीख होगी और 20 अगस्त को यौमे आशूरा मनाया जाएगा। मुस्लिम मान्यताओं के मुताबिक मुहर्रम गम का महीना होता है। दरअसल इस महीने में पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ शहीद कर दिए गए थे। इसलिए इस महीने में शोक मनाया जाता है। इधर भागलपुर शिया वक्फ कमेटी के जिला सचिव सैयद जीजाह हुसैन ने बताया कि इसी माह में हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 जानिसारों को कर्बला के मैदान में यजीद की सेना ने शहीद कर दिया था। उन्होंने कहा कि मुहर्रम एक त्योहार नहीं बल्कि गम का महीना है। जिसमें इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए शिया समुदाय के लोग विशेष रूप से गम का इजहार करते हैं। इस दौरान जगह जगह मजलिस, मातम और फातिहाखानी का आयोजन भी किया जाता हैं। सचिव सैयद जीजाह हुसैन ने कहा कि इस बार भी सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मुहर्रम मनाया जाएगा। वहीं मुहर्रम को लेकर असानंदपुर स्थित बड़ा इमामबाड़ा परिसर में आकर्षक रूप से रोशनी की व्यवस्था की गई है। गौरतलब हो कि आशूरा के दिन हिंदुस्तान समेत कई मुल्कों में मुहर्रम मनाया जाता है।