
सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : देश में कोरोना की दूसरी लहर घातक रूप ले चुकी है। अब इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए वैक्सीन ही एकमात्र उपाय रह गया है। गर्भवती महिलाएं अभी भी इस असमंजस में हैं कि उन्हें कोविड-19 वैक्सीन लगवानी चाहिए या नहीं। वहीं भागलपुर की प्रसिद्ध गायनेकोलोजिस्ट डॉ. वर्षा सिंहा ने प्रेगनेंट महिलाओं पर वैक्सीन को लेकर अपनी राय दी। उन्होंने बताया कि कोवीशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर प्रेगनेंट और दूध पिलाने वाली महिलाओं पर कोई खास क्लीनिकल ट्रायल नहीं किया गया है। इसलिए थोड़ी सावधानी जरूरी है। स्त्री रोग विषेशज्ञ डॉ. वर्षा सिंहा की माने तो जब तक इस मामले में क्लीनिकल ट्रायल की अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने से परहेज करना चाहिए , और अगर बहुत जरूरी हो तभी वैक्सीन लेनी चाहिए। बता दें फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मरीज के कंडीशन को देखते हुए चिकित्सक प्रेगनेंट और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लेने की सलाह दे सकते हैं। इधर शहर के आस्था नर्सिंग होम में अपनी सेवा दे रही डॉ. वर्षा सिंहा ने कहा कि इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको कोविड के हल्के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। वैक्सीन सिर्फ संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती होने, मृत्यु और गंभीर स्थिति से बचाएगी। आप संक्रमित होने के बाद भी बिना लक्षण के दूसरों को संक्रमित कर सकती हैं, इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद मास्क पहनना न भूलें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।