
देश में बढ़ रहे संक्रमण का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. वहीं, बिहार में प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. वहीं, संक्रमण के बढ़ रहे स्तर पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है, बावजूद इसके कोरोना संक्रमितों की हालात में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है. वहीं, दूसरी और बिहार में इन दिन नया वायरस ब्लैक फंगस (Black fungus) ने डॉक्टरों की परेशानी बढ़ा दी है| डॉक्टरों के मुताबिक, कोविड-19 के मरीज को यह रोग होने की संभावनाएं ज्यादा रहती है और कोरोना से भी खतरनाक रोग माना जा रहा है. इस रोग में इंसान अपने आंखों की रोशनी बहुत जल्दी खो देते हैं और बाद में अपनी जान भी गवां देते हैं. पटना एम्स में ब्लैक फंगस नाम की भी बीमारी सामने आई है. इसके लिए भी 20 बेड लगाए गए हैं और मरीजों का इलाज किया जा रहा है. फिलहाल अभी 12 मरीज इसमें मौजूद हैं और उनका इलाज किया जा रहा है.
पटना एम्स के निदेशक डॉ पी के सिंह ने बताया कि पटना एम्स में कुछ दवाईयां नहीं मिल रही है. इसके लिए उन्होंने सरकार से बात की है. साथ हीं, उन्होंने कहा कि एम्स में कोविड-19 मरीजों के इलाज के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मरीज भी आ रहे हैं. इसके लिए अलग से 20 बेड का एक वार्ड बनाया गया है और मरीजों का इलाज किया जा रहा है. फिलहाल कल 12 मरीज इसमें आए थे और आज ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ गए हैं. वहीं, उनका कहना है कि पटना एम्स ब्लैक फंगस इलाज कर रहा है और 2 मरीजों को ऑपरेशन कर ठीक किया गया हैं.