कोरोना की दूसरी लहर के बीच तीसरी लहर दे सकती है दस्तक : डॉ. जायसवाल….

सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार ):कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे हिन्दुस्तान में इन दिनों तीसरी लहर की चर्चा जोरों पर है। मीडिया हो , राज्य सरकारें या फिर नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स जैसी संस्था, सभी अलग-अलग अंदाज में बता रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक होगी। इधर भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप से कोहराम मचा हुआ है। कोरोना का संक्रमण प्रतिदिन लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रही है और हजारों की जिंदगियां निगल रही है। लगातार तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों से देश की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई। अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सक सह पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के मेडिसीन विभाग में अपनी सेवा दे रहे डॉ. राजेंद्र प्रसाद जायसवाल ने लोगों को महामारी की तीसरी लहर को लेकर चेताया है। फिजीशियन डॉ. आर. पी. जायसवाल की माने तो कोरोना संक्रमण से बचाव का सबसे कारगर उपाय मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी का पालन और वैक्सीनेशन है। डॉ. जायसवाल ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद जान जाने का खतरा काफी कम हो जाता है। साथ ही शरीर में इस वायरस से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि कोरोना एक घातक वायरस है लेकिन, जहां वैक्सीन के प्रति लोग जागरुक है, वहां कोरोना से मौत के ग्राफ में गिरावट आई और संक्रमण दर भी कम हुआ है । वहीं एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन के सदस्य डॉ. आर. पी. जायसवाल ने कहा कि कोरोना का टीका कोरोना के विरुद्ध लड़ने का एक प्रमुख अस्त्र है। ऐसे में बिना किसी संशय और शंका के लोगों को कोरोना टीकाकरण में सहयोग करना चाहिए।