
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा
सिल्क टीवी भागलपुर (बिहार) : बिहार के बांका जिले के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत नवटोलिया में एक मदरसा भवन में मंगलवार की सुबह अचानक विस्फोट होने से मदरसा पूरी तरह से जमींदोज़ होने के मामले में कई बातें सामने आर ही है। जिसको लेकर अब मामले की जाँच केंद्रीय एजेंसी एन आई ए को सौप दी गई है। बुधवार को अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था। एक ओर जहां घटना की गंभीरता को देखते हुए इसके कारणों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे, वहीं फोरेंसिक टीम को मिले सैंपल और साक्ष्य के आधार पर हुए बड़े खुलासे को देखते हुए जाँच का जिम्मा NIA को सौपने का निर्णय लिया गया। अब इस मामले की जाँच NIA की निगरानी में होगी। इससे पूर्व इस मामले में फॉरेंसिक टीम की जाँच के अनुसार बम विस्फोट से मदरसा के ध्वस्त होने और मदरसे के अंदर IED ब्लास्ट होने की बात सामने आई थी, लेकिन जाँच रिपोर्ट आने से पहले अधिकारी इसकी पुष्टी करने से बच रहे है। इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को मौके पर पहुंचे डीआईजी सुजीत कुमार ने घटना स्थल का जायजा लिया और निष्पक्षता से जांच का निर्देश अधिकारियों को दिया। DIG ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है, और पूरी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होने कहा कि हादसे के बाद पूरा गांव खाली है, ये भी जांच का विषय है। साथ ही कहा कि फॉरेंसिक टीम (FSL) ने यहां से जांच के नमूने लिये हैं. और सैंपल की जांच रिपोर्ट एवं मामले तफ्तीश के बाद ही घटना के सम्बन्ध में कुछ भी कहा जा सकता है, की किन परिस्थितियों में मदरसे की पूरी इमारत जमींदोज हो गई। हादसे के बाद गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि हादसे में एक मौलवी की मौत हो गई है, लेकिन गांव के लोग क्यों और कहां गये है इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। नूरी मस्जिद के जांच के दौरान घटना में अपनी जान गवाने वाले मौलाना अब्दुल मोमिन अंसारी से जुड़े कुछ अहम कागजात भी मिले हैं, जिसमें पता चला है कि मौलाना 17 मई को जिला प्रशासन से ई-पास लेकर उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित सौदग्राम किसी कार्य से गए थे। इसके अलावा कुछ मेडिकल कागजात और सिलेंडर भी मलबे से बरामद हुआ है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मौलवी अब्दुल मोमिन का तबलीगी जमात से ताल्लुक था। हालांकि बांका पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। FSL टीम को विस्फोट में मिले बारूद के अंश बक्से में मिला जहां बम रखा गया था। बताया जा रहा है कि मदरसे के अंदर कार्यालय में एक बक्से के अंदर बम रखा था, जिसके ब्लास्ट कर जाने के कारण यह हादसा हुआ। बम की क्षमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मदरसा पूरी तरह जमींदोज हो गया और आसपास के कई घरों में भी दरारें आ गई। साथ ही यह जानकारी भी मिली है कि पिछले कई वर्षों से पास के गांव मजलिसपुर और नवटोलिया के बीच विवाद चल रहा है। लोगों की माने तो 20 दिन पहले भी नवटोलिया और मजलिसपुर गांव के लोगों के बीच विवाद हुआ था, और इस विवाद और मदरसे में हुए बम विस्फोट की घटना को एक साथ जोड़कर पुलिस जांच कर रही है। बता दें की मदरसा में विस्फोट का मामला फिलहाल बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसको लेकर अब आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।