रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : एनएसएस स्थापना दिवस पर शुक्रवार को तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन टीएमबीयू के प्रति कुलपति प्रो. रमेश कुमार, एकेडमिक डीन प्रो. अशोक कुमार ठाकुर और एनएसएस समन्वयक डॉ. अनिरुद्ध कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

इसके पूर्व छात्र छात्राओं ने कुलगीत और स्वागत गान की प्रस्तुति दी। वहीं मंच संचालन करते हुए डॉ. सुमन कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना देश के युवाओं में व्यक्तित्व विकास करने के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है। जिसका स्थापना दिवस प्रत्येक साल 24 सितंबर को मनाया जाता है। कार्यक्रम में विभिन्न कॉलेजों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवक और कार्यक्रम पदाधिकारी को पुरस्कृत किया गया।

इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। वहीं प्रति कुलपति प्रो. रमेश कुमार ने अपने संबोधन में कोविड 19 के दौरान एनएसएस की ओर से किए गए कार्यों की जमकर सराहना की। साथ ही उन्होंने कोरोना काल के दौरान काम करने वाले सभी स्वयंसेवकों और कार्यक्रम पदाधिकारीयों को प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 24 सितंबर 1969 में की गई थी।

डीन प्रो. अशोक ठाकुर ने बताया कि एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के लिए कार्य करते है।एनएसएस डे पर साक्षरता, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य , सफाई और आपातकालीन समय में पीडि़त लोगों की सहायता पर भी चर्चा हुई। वहीं टीएमबीयू के एनएसएस समन्वयक डॉ. अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि कोविड महामारी के समय भी पूरी टीम ने बेहतर कार्य करने का प्रयास किया।

साथ ही उन्होंने सभी स्वयंसेवकों और कार्यक्रम पदाधिकारियों से उत्साह और उमंग के साथ काम करने की अपील की। बता दें कि देश निर्माण में युवाओं की भूमिका बढ़ाने और उन्हें देश के साथ जोड़ने का सबसे पहला प्रयास महात्मा गांधी ने आजादी के पहले ही शुरू कर दिया था। मौके पर पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर, डॉ. श्वेता पाठक, निखिल झा, माधव, मृत्युंजय कुमार , मनीष कुमार समेत कई कालेजों के शिक्षा का स्वयंसेवक मौजूद थे।