रिपोर्ट-संजीव कुमार पांडेय
सिल्क टीवी/बांका : एक तरफ जहां बिहार सरकार प्रदेशभर में पौधारोपण अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ धोरैया प्रखंड के पैर पंचायत अन्तर्गत मोटंगा गांव में पेड़ों की कटाई की जा रही है। इस दिशा में प्रशासन की नजर नहीं दौड़ रही है।
क्षेत्र में अंधाधुंध हरे वृक्षों को काटने का काम किया जा रहा हैं। नतीजतन सरकार के द्वारा चलाए जा रहे पेड़ लगाओ अभियान जैसी अति महत्वाकांक्षी योजना के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण पर ग्रहण लगता हुआ नजर आ रहा हैं।
इस क्षेत्र में अवैध रूप से काटे जा रहे हरे पेड़ से पर्यावरण संरक्षण पर जहां प्रभाव पड़ रहा है। वहीं, इस कारोबार में लगे लकड़ी माफिया मालामाल हो रहे हैं।पैर पंचायत क्षेत्र के मोटंगा एवं डुमरजोर में इस समय हरे पेड़ों को काटकर आरा मिल तक पहुंचाने का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। परंतु इस समय ना तो हरे पेड़ों की कटाई पर रोक लग पा रही हैं। और न ही अवैध रूप से चल रहे आरा मिल पर कार्रवाई किया जा रहा है। नतीजतन इनके मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है और पेड़ों की अंधाधुंध कटाई बदस्तूर जारी है।धोरैया प्रखंड क्षेत्र में इस समय आधा दर्जन आरा मिल अवैध रूप से चलाई जा रही हैं।
इन आरा मिल संचालकों के द्वारा देहातों में भी लकड़ी मिल चलाने का काम किया जा रहा हैं। सूत्रों की मानें तो इन अवैध आरा मिल संचालकों को अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ हैं। इस वजह से इनके उपर कार्रवाई नहीं किया जा रहा हैं। इनके संचालक बेधड़क लकड़ी काटने का काम कर रहे हैं।