
रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर लोदीपुर थाना क्षेत्र में बायपास के समीप आशीष उर्फ रोशन हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। गौरतलब हो कि आशीष की शनिवार की शाम चाकू गोदकर हत्या कर दी गयी थी। जिसमें हत्या का चश्मदीद दीपक था, जो रिश्ते में मृतक का भतीजा लगता है। पुलिस को शुरु से ही संदेह था कि दीपक ने साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया है।

वहीं पुलिस का शक तब और बढ़ गया जब उसने बेहोश होने का नाटक कर बयान देने से इंकार कर दिया। साथ ही गम्भीर रूप से जख्मी होने एवं बोलने की हालत में नहीं होने की बात बनाकर डॉक्टरों को भी अपने पक्ष में कर लिया। यहाँ तक कि डॉक्टर शुरुआत में इसे फायर आर्म्स का जख्म बता रहे थे। जबकि मृतक आशीष के भाई प्रीतम ने लोदीपुर थाने में हत्या को लेकर केस दर्ज कराया। केस में उसने भाई के साथ घर से निकले चचेरे भतीजे दीपक पर संदेह व्यक्त किया था।

इधर वरीय पुलिस पदाधिकारियों को यह बात हजम नहीं हो रही थी कि आशीष को चाकू गोदकर मारने वालों ने घटना के चश्मदीद दीपक को आसानी से क्यों छोड़ दिया। शक की इसी सूई ने पुलिस को हत्यारे तक पहुंचा दिया। पुलिस ने घटनास्थल के पास से खून लगा चाकू बरामद कर एफएसएल टीम को जांच के लिया भेज दिया है।

बता दें कि आशीष हत्याकांड को लेकर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर गौरव कुमार और लोदीपुर इंस्पेक्टर ने घटनास्थल से कुछ मीटर पर स्थित पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला था। इधर भागलपुर एसएसपी बाबू राम ने बताया कि दीपक ने ही पूरा खेल किया और खुद ही मर्डर करके अपने को भी घायल कर लिया। उन्होने कहा कि कुछ युवकों ने किसी के बहकावे में आकर 5 घण्टे तक रोड जाम किया और पुलिस को घटनास्थल पर ही उलझाए रखा।

एसएसपी ने बताया कि मामले को ऐसा राजनीतिक बना दिया गया कि पुलिस उस वक्त दीपक से पूछताछ भी नहीं कर पाई। जबकि पुलिस समझ रही थी कि घटना में दीपक की भूमिका हो सकती है। जिला पुलिस कप्तान ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारी उस समय पुलिस को अपना काम करने देते तो मामला का खुलासा शनिवार को ही 1 घण्टे में हो जाता। एसएसपी बाबू राम ने जानकारी दी कि दीपक ने अपना अपराध कबूल लिया है। इसके पूर्व दीपक ने अपनी पत्नी के समक्ष अस्पताल में स्वीकार किया था कि आशीष की हत्या उसी ने की है।वहीं सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।