आपसी खींचतान में नगर सरकार का बीत गया चार साल…

रिपोर्ट – सैयद ईनाम उद्दीन
सिल्क टीवी/भागलपुर (बिहार) : भागलपुर को स्मार्ट सिटी योजना में चयन हुए पांच साल बीत गए हैं और बुधवार को नगर निगम की मेयर सीमा साहा, डिप्टी मेयर राजेश वर्मा और 51 वार्ड के अधिकांश पार्षदों ने अपने टर्म का चार साल पूरा भी कर लिया। लेकिन शपथ लेने के बाद अपने अपने वार्ड में विकास कार्य को गति देने की लंबी चौड़ी बातें करने वाले अधिकांश पार्षदों ने जनता के लिए क्या कुछ किया, यह किसी से छुपा भी नहीं है। कभी पार्षद निगम में तख्ता पलट की साजिश रच अपनी जेब भरने के फिराक में रहे, तो कभी राजनीति कर मेयर, डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बैठने का सपना ही देखते रह गए। कारण जो भी रहा हो लेकिन इन सब के बीच शहर की जनता कभी कचरे के अंबार पर चलने को मजबूर रही तो कभी दुर्गंध से परेशान। इतना ही नहीं माननीयों की कृपा से आज भी स्मार्ट सिटी के लोग भोलानाथ पुल होकर स्मार्ट तरह से गुजरते हैं। फिलहाल नालियों, बड़े नाले, पीने के पानी के इंतजाम और कचरा नियंत्रण की व्यवस्था किसी भी हालत में संतोषजनक नहीं कही जा सकती। वहीं कूड़ा जब खुले में ले जाया जाता है और निगम कर्मी मौके देख इसे जहां तहां डंप कर देते हैं तब स्मार्ट सिटी के लोग मुस्कुराते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि हम भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के निवासी हैं और यही हमारी शोभा है। इधर चुनाव नजदीक आते ही निगम के दो बड़े पार्षद योजनाओं के शिलान्यास में व्यस्त दिखाई दे रहें हैं। लेकिन पार्षद साहब को यह याद नहीं कि चुनावी मेनिफेस्टो में उन्होंने जनता से क्या-क्या वादे किए थे। बहरहाल चार साल के कार्यकाल के दौरान जनता से किए गए वादों पर कितना काम हुआ , इसे नगर निगम के बड़े और छोटे साहब को भूलना नहीं चाहिए। क्योंकि समय आने पर जनता तो आपसे हिसाब मांगेगी।