रिपोर्ट- संजीव कुमार पांडेय
सिल्क टीवी/बांका (बिहार): बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के भदरिया गांव स्थित चांदन नदी के तट पर मिले पुराने भवनों के अवशेषो का विगत शुक्रवार से कानपुर से आये आईआईटी के सात सदस्यीय टीम प्रोफेसर जावेद मल्लिक के नेतृत्व में सर्वे का कार्य तीव्रगति से कर रही है। प्रोफेसर जावेद मल्लिक से मिली जानकारी के अनुसार ग्राउण्ड पेनिटेरेरिंग रडार से फिलवक्त स्थल की जांच किया जा रहा है। जिससे कि यह पता किया जा रहा है कि अवशेष जमीन के अंदर कितनी दुर तक फैली हुई है और उसकी लंबाई -चौड़ाई क्या है। जांच के लिए फिलवक्त 1.5किमी के ऐरिया का आईडेन्टी फाई किया गया है। साथ ही 30/32 का ग्रेप बनाकर जांच किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि थ्री डाईमेन्सन करने के बाद ही पुर्ण रूप से ही पुख्ता प्रमाण दिया जायेगा।

सात दिनों तक सर्वे करने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दिया जायेगा। बताते चलें पिछले वर्ष 20 नवंबर को छठ घाट बनाने के क्रम में ग्रामीणों को पुराने भवन के अवशेष मिले थे । देखते ही देखते यह बात आस पड़ोस के साथ -साथ अन्य जिलों में फैल गयी। सुचना मिलने पर पटना पुरातत्व विभाग की टीम, भागलपुर पुरातत्व विभाग की टीम चांदन नदी पर पहुंच कर मिले अवशेषों का निरिक्षण कर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दिया था। सुबे के मुख्यमंत्री नितिश कुमार 12 दिसंबर 2020 को भदरिया गांव पहुंच कर मिले पुराने भवनों के अवशेषों का अवलोकन कर स्थल की खुदाई के लिए नदी की धार को मोड़ने का निर्देश दिया। बिहार सरकार के निर्देश पर करोड़ो रूपया खर्च कर नदी में बांध निर्माण कर नदी की धार को मोड़ दिया गया।आज विगत तीन दिनों से आईआईटी टीम के सदस्यों द्वारा किये जा रहे सर्वे से भदरिया गांव समेत आस पड़ोस के ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी की लहर देखी जा रही है। मौके पर ग्रामीण सह समाजसेवी आनंद कुमार ने बताया कि पुर्वजों से मिली जानकारी के अनुसार महात्मा बुद्ध की परम शिष्या विशाखा की जन्म स्थली भदरिया गांव ही है। महात्मा बुद्ध अपने प्रथम व परम शिष्या विशाखा से मिलने भदरिया गांव आये थे जहां अपने शिष्यों के साथ कई माह भदरिया गांव में निवास किये थे। उन्होंने बताया कि आज सर्वे करने से ग्रामीणों में एक आस जगी है कि शायद अब भदरिया गांव पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो जायेगी। सर्वे टीम में पीएचडी स्टुडेन्ट ईंशांत श्रीवास्तव, नयन शर्मा,मास्टर आशीफ अली ,देवेन्द्र सैनी, रवि जोशी समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।